जालंधर में धरने पर बैठे बेरोजगार अध्यापकों का फूटा गुस्सा, बोले- बहुत हुए शिक्षा मंत्री के लारे अब तीन दिसंबर को फिर घेरेंगे कोठी

जालंधर में बीएड टेट पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन का प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। अध्यापक शिक्षा मंत्री के लारों से परेशान हो गए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव तीन दिसंबर को फिर से करने जा रहे हैं।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:21 AM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:21 AM (IST)
जालंधर में धरने पर बैठे बेरोजगार अध्यापकों का फूटा गुस्सा, बोले- बहुत हुए शिक्षा मंत्री के लारे अब तीन दिसंबर को फिर घेरेंगे कोठी
जालंधर में मांगों को लेकर धरने पर बैठे बेरोजगार अध्यापक।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में बीएड टेट पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के सदस्यों का प्रदर्शन के दिन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे है अध्यापक भी शिक्षा मंत्री के लारों से परेशान होते जा रहे हैं। यूनियन नेता अमनदीप सेखो का कहना है कि हर दिन संघर्ष के साथ मंत्री साहिब के ब्यान भी बदलते जा रहे हैं, पहले मांगें ध्यान में होने का कहते थे तो कार्रवाई कर रहे हैं। फिर कहा विचार चल रहा है जल्द मांगें पूरी कर रहे हैं और अब मुख्यमंत्री के पास एजेंडा प्रस्तुत करने की बातें कर रहे हैं, मगर नतीजे के तौर पर अभी तक उनके हाथ कुछ नहीं लगा। यही कारण है कि वे और इंतजार नहीं कर सकते।

शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव तीन दिसंबर को फिर से करने जा रहे हैं। क्योंकि हर बार उनके संघर्ष को बीच में रोकने के लिए मंत्री साहिब कुछ न कुछ नया बहाना बना देते हैं। जिससे लगता है कि अब शायद उनकी मांग पूरी हो जाए, मगर होता कुछ नहीं। काबिले जिक्र हो कि बेरोजगार अध्यापक शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर पांच बार अपना रोष व गुस्सा भी जाहिर कर चुके हैं। यहां तक की शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर दो बार तो अध्यापक रात-रात भर रोष स्वरूप बैठ कर काट चुके हैं। फिर चाहे व दीपावली की रात हो या फिर अध्यापकों और पुलिस के मध्य चली जोर अजमाइश व धक्का-मुक्की की घटनाएं।

इन बेरोजगार अध्यापकों की संघर्ष की कहानी अब किसी से छुपी भी नहीं हैं। वहीं दूसरी तरफ मनीष फाजिल्का और जसवंत घुबाया भी बस स्टैंड पानी की टंकी पर बैठ कर अपना रोष जाहिर कर रहे हैं। उनका भी यही कहना है कि जब तक उनकी मांगों संबंधी कुछ नहीं होता वे टंकी से उतरने को तैयार नहीं फिर चाहे उनकी तबीयत क्यूं न बिगड़ गाए। बता दें कि मनीष फाजिल्का को तबीयत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है और डाक्टरों की तरफ से उन्हें अस्पताल में ही भर्ती होने की सलाह लगभग पहले ही दी जा चुकी है।

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