टीबी के मरीजों का भी होगा कोरोना टेस्ट, केंद्र सरकार ने भेजी नई मशीन

जिला टीबी अधिकारी डॉ. राजीव शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार ने टीबी के मरीजों पर कोरोना के खतरे को देखते हुए कोरोना के टेस्ट अनिवार्य कर दिए हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 26 May 2020 12:47 AM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 09:51 AM (IST)
टीबी के मरीजों का भी होगा कोरोना टेस्ट, केंद्र सरकार ने भेजी नई मशीन
टीबी के मरीजों का भी होगा कोरोना टेस्ट, केंद्र सरकार ने भेजी नई मशीन

जालंधर, जेएनएन। कोरोना संकट में टीबी के मरीजों को भी बीमारी का खतरा बढ़ गया है। नेशनल टीबी एलीमिनेशन प्रोग्राम (एनटीबीईपी) के तहत राज्य में पांच जिलों में ट्रियूनेट मशीनें दी गई हैं। मशीन से टीबी के अलावा अन्य लोगों के भी कोरोना टेस्ट किए जाएंगे। जिला टीबी अधिकारी डॉ. राजीव शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार ने टीबी के मरीजों पर कोरोना के खतरे को देखते हुए कोरोना के टेस्ट अनिवार्य कर दिए हैं। टेस्ट करने के लिए राज्य के पांच जिलों में ट्रियूनेट मशीनें भेजी गई हैं। एक मशीन जालंधर भी पहुंची है। मशीन को फिलहाल सिविल अस्पताल में रखवाया गया है। इस मशीन से टीबी के मरीजों के अलावा कोरोना के टेस्ट भी किए जाएंगे। वायरस के खात्मे के बाद इस मशीन से टीबी के मरीजों के ही टेस्ट किए जाएंगे।

बता दें कि जिले में 3280 के करीब टीबी के मरीज हैं। फिलहाल टीबी के नए मरीजों के टेस्ट शुरू किए जाएंगे और बाद में पुराने उपचाराधीन मरीजों के टेस्ट होंगे। कंपनी की ओर से टेस्ट करने वाली किटें भी मुहैया करवाई है। इस बारे में सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. हरिंदर पाल सिंह ने बताया कि मशीन पहुंच गई है। बुधवार को कंपनी के इंजीनियर इसे इंस्टॉल कर देंगे। मशीन में एक समय में कुछ छह सैंपल लिए जा सकेंगे। मशीन तीन घंटे में अपनी रिपोर्ट दे देगी। इमरजेंसी में कोरोना टेस्ट इस मशीन पर किए जाएंगे। आईसीएमआर की ओर से इस मशीन को मान्यता प्राप्त है।

उधर, लैब की प्रभारी डॉ. सतिंदर कौर व माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. कमलजीत कौर का कहना है कि मशीन आने की उन्हें जानकारी नहीं है। मशीन को चलाने व टेस्ट करने की ट्रेनिंग भी नहीं दी गई है। अभी तक इस बात का भी फैसला नहीं हुआ कि मशीन को कहां लगाना है। टेस्ट करने में काफी रिस्क है और बिना ट्रेनिंग के काम करना खतरे से खाली नहीं है।

पहली बार ओटी व ट्रॉमा सेंटर में लगेंगे हाईटेक उपकरण

सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. हरिंदर पाल सिंह ने बताया कि कोविड-19 के चलते अस्पताल की काया भी बदलने लगी है। अस्पताल में साफ-सफाई व वार्डों की रिपेयिंरग के अलावा नए उपकरण लगाए जा रहे हैं। ऑपरेशन थियेटर में ऑपरेशन के दौरान इस्तेमाल होने वाला वीडियो लींगोस्कोप सेहत विभाग की ओर से भेजा गया है। इससे ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टरों व मरीजों को खास फायदा मिलेगा। इसके अलावा ट्रॉमा सेंटर में केंद्र सरकार की ओर से एसी चलाने की नई नीति के तहत उपकरण मुहैया करवाया गया है। ट्रॉमा सेंटर में एयर प्यूरीफायर स्थापित किया जाएगा। इससे ट्रॉमा सेंटर में दाखिल मरीजों को इंफेक्शन से बचाया जा सकता है।

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