बिना हाइड्रो टेस्ट पास तीन वर्ष पुराने थ्री व्हीलर्स को सीएनजी देने से इन्कार
सीएनजी भरने के दौरान मानसा में हुए हादसे का असर जालंधर के थ्री व्हीलर संचालकों की आजीविका पर पड़ा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) भरने के दौरान मानसा में हुए हादसे का असर जालंधर के थ्री व्हीलर संचालकों की आजीविका पर पड़ा है। जालंधर में बिना हाइड्रो टेस्ट पास तीन वर्ष से पुराने थ्री व्हीलर्स में सोमवार से सीएनजी भरने से इन्कार कर दिया गया है। जालंधर देहात क्षेत्र में स्थित सीएनजी पंप संचालक पंप पर सीएनजी भरवाने के लिए पहुंच रहे प्रत्येक थ्री व्हीलर चालक से हाइड्रो टेस्ट पास होने का सर्टिफिकेट दिखाने की मांग कर रहे हैं। अधिकतर थ्री व्हीलर चालकों के पास ऐसे सर्टिफिकेट नहीं हैं।
यूनाइटेड आटो रिक्शा ट्रेड यूनियन सीएनजी के प्रधान अनिल ठाकुर एवं पंजाब प्रधान रवि सभ्रवाल ने कहा कि सीएनजी भरने से इन्कार करना गलत है। उन्हें किसी ने यह बताया ही नहीं कि तीन वर्ष बाद ऐसा कोई टेस्ट भी जरूरी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कई थ्री व्हीलर तो चार वर्ष से चल रहे हैं, लेकिन बीते एक वर्ष में भी किसी ने सर्टिफिकेट के बारे में नहीं पूछा। उन्होंने बताया कि पंजाब में ऐसे टेस्ट की सुविधा ही मौजूद नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि देहात क्षेत्र में सीएनजी उपलब्ध करवाने वाली निजी कंपनी थिक गैस के अधिकारी उन्हें हरियाणा के करनाल में जाकर सर्टिफिकेट लाने को कह रहे हैं, जबकि उनके पास तो परमिट जालंधर से बाहर जाने तक का भी नहीं है। उधर, थिक गैस के मालिक संदीप त्रेहान ने कहा कि यह सबकी सुरक्षा से जुड़ा हुआ मसला है। इसमें कोई भी लापरवाही नहीं बरती जा सकती। सीएनजी सिलेंडर में टायर के प्रेशर से 10 गुना ज्यादा प्रेशर होता है। अगर तीन वर्ष पुराने सिलेंडर में कोई खराबी हो और हादसा हो जाए तो कई लोगों की जान जा सकती है। इसी वजह से हाइड्रो टेस्ट पास सर्टिफिकेट को जरूरी बनाया गया है।