ये हैं देश की सबसे बुजुर्ग कोरोना फाइटर, 112 साल की पंजाब की जीतो ने ऐसे जीती COVID से जंग

पंजाब की फगवाड़ा स्थित ढक पंडोरी निवासी 112 वर्ष की उम्र में अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता से कोरोना की जंग जीत गई। ठीक होने पर उन्होंने कहा पुत्त मैं पुराणियां खुराकां खादियां ने। यानी बेटा मैने पुरानी खुराकें खाई हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 09:49 AM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 01:54 PM (IST)
ये हैं देश की सबसे बुजुर्ग कोरोना फाइटर, 112 साल की पंजाब की जीतो ने ऐसे जीती COVID से जंग
भारत की सबसे उम्रदराज कोरोना विजेता जीतो अस्पताल से डिस्चार्ज होने के दौरान।

जालंधर [जगदीश कुमार]। नाम:जीतो। उम्र 112 साल। गांव: ढक पंडोरी (फगवाड़ा)। उपलब्धि: भारत में सबसे उम्रदराज कोरोना विजेता। जीतो ने संक्रमित होने के बाद महज दस दिन के भीतर ही कोरोना को मात दे दी। सोमवार को उन्हें सिविल अस्पताल से ठीक होने के बाद जब डिस्चार्ज किया गया और पूछा गया कि आपने कैसे कोरोना को हरा दिया तो बोलीं- पुत्त मैं पुराणियां खुराकां खादियां ने। यानी बेटा मैने पुरानी खुराकें खाई हैं। पुरानी खुराक से उनका मतलब अपने खेतों में पैदा हुई साग-सब्जी, पौष्टिक व सादा भोजन।

उनका इलाज कर रहे डा. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 28 मई की शाम करीब सात बजे वह सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंची थीं। उनकी तबियत ज्यादा खराब थी। आक्सीजन सेचुरेशन लेवल 80-85 तक था। जांच करने पर 29 मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। उन्हें आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया।

उन्होंने बताया कि जीतो के सही समय पर अस्पताल पहुंचने व इलाज शुरू होने से वह जल्द ठीक हो गईं। उन्होंने डाक्टरों की पूरी सलाह मानीं और तनाव से खुद को मुक्त रखा। चार-पांच दिन में ही वह खुद पूरा खाना खा रही थीं और उन्हें आक्सीजन की भी जरूरत नहीं पड़ रही थी। वार्ड में भी खुद ही चलकर एक से दूसरी जगह जा रही थीं। अब उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई।

जीतो के पौत्र लवप्रीत ने बताया कि दादी घर का सारा काम करने के अलावा घर में ही बने बगीचे में खेती करती हैं। वह सादा खाना खाती है। ज्यादातर घर में लगाई ही सब्जियां खाती हैं। 28 मई को घर के बगीचे में खेती करते समय वह अचानक बेहोश हो गई थीं तो उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें और कोई लक्षण नहीं था। हालांकि उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।

एसएमओ डा. सुरजीत सिंह ने बताया जीतो की रोग प्रतिरोधक शक्ति काफी मजबूत थी और वह इस उम्र में भी काफी एक्टिव थीं। हालांकि उनको कम सुनाई देने की वजह से स्टाफ को इलाज के दौरान खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

पहले 110 साल की बुजुर्ग ने दी थी कोरोना को मात

मीडिया रिपो‌र्ट्स के अनुसार, भारत में सबसे अधिक उम्र में कोरोना को मात देने का रिकार्ड तमिलनाडु की 110 साल की महिला हमीथाबी के नाम पर था। वह पिछले साल जुलाई में संक्रमित होने के बाद ठीक हुई थीं। अब जीतो देश में सबसे ज्यादा उम्र की कोरोना विजेता हो गई हैं। 

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