चोर गिरोह का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
सीआइए स्टाफ टू की टीम ने चोरी की दर्जनों वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
सीआइए स्टाफ टू की टीम ने चोरी की दर्जनों वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने पतारा थाने में केस दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान बस्ती शेख निवासी सोनू उर्फ बम, शास्त्री नगर निवासी विशाल व उत्तर प्रदेश के जिला गाजीपुर के गांव दिरगांव निवासी अमन वर्मा के रूप में हुई है। अमन अभी दशमेश नगर में रह रहा था। उनसे चोरी की तीन मोटरसाइकिलें, चांदी के बर्तन, चोरी की घड़ियां, छह सोने की अंगूठियां और अन्य सामान बरामद हुए हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह के निशाने पर ऐसे घर होते थे, जिनके मालिक घर पर ताला लगाकर कहीं गए हुए होते थे। गिरोह के सदस्य दिन में मोटरसाइकिल से रेकी करते थे और रात में चोरी। गिरफ्तारी के वक्त भी आरोपित चोरी करने के लिए पतारा इलाके में ताला लगे घरों की रेकी कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने उनका दो दिनों का रिमांड हासिल किया है। एसएसपी सतिदर सिंह ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ की जा रह है। उनसे चोरी की कई मामलों से राज उठ सकता है। आरोपितों के खिलाफ पहले से चोरी के 25 मामले दर्ज
पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए आरोपित पेशेवर चोर हैं और लंबे समय से शहर में चोरी कर रहे थे। इनके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में चोरी के दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। सोनू के खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में चोरी के 18 मुकदमे, विशाल के खिलाफ चोरी के दो और अमन के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज हैं। तीनों ही आरोपित जमानत पर जेल से बाहर आए थे और फिर चोरी करने लगे थे। पुलिस के अनुसार आरोपित अब तक दो करोड़ की चोरी कर चुके हैं। शहर के बाद अब ग्रामीण इलाकों पर थी नजर
आरोपित माडल टाउन, अर्बन एस्टेट, जेपी नगर व जीटीबी नगर के साथ-साथ बस्ती बावा खेल इलाके में चोरी की कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं। ये शहर के पाश इलाकों में ज्यादातर चोरी करते थे। इनके खिलाफ मुकदमों में से 11 माडल टाउन इलाके और तीन थाना डिवीजन नंबर सात में दर्ज हैं। बीते तीन अक्टूबर को इसी गिरोह ने माडल टाउन इलाके के शंकर गार्डन में एक कोल्ड ड्रिक व्यापारी के घर से छह लाख के जेवर और अन्य जरूरी दस्तावेजों पर हाथ साफ कर दिया था। अब ये अपना फोकस ग्रामीण इलाकों पर कर रहे थे, लेकिन उससे पहले पकड़े गए।