जालंधर के पुराने बाजारों में एक भी सार्वजानिक शौचालय नहीं, लोगों को करना पड़ता है परेशानी का सामना
रैनक बाजार से लेकर शेखां बाजार तथा कलां बाजार से लेकर हनुमान चौक से होते हुए भैरों बाजार तक कहीं पर भी सार्वजनिक शौचालय का प्रबंध नहीं किया गया है। इन बाजारों के आसपास के इलाकों में भी इसकी व्यवस्था नहीं की गई है।
जालंधर, शाम सहगल। अगर आप शहर के पुराने बाजारों में खरीदारी करने के लिए जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए। इन बाजारों में आपको दूर दूर तक कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं मिलेगा। जबकि, इन बाजारों में आज भी शहर की तमाम मार्केट से कहीं अधिक लोगों की आमद रहती है। यही नहीं इन बाजारों में सक्रिय एसोसिएशन द्वारा कई बार नगर निगम से इसके लिए गुहार लगाई जा चुकी है, बावजूद इसके प्रशासन ने इस तरफ ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई।
दरअसल, रैनक बाजार से लेकर शेखां बाजार तथा कलां बाजार से लेकर हनुमान चौक से होते हुए भैरों बाजार तक कहीं पर भी सार्वजनिक शौचालय का प्रबंध नहीं किया गया है। यहां तक कि इन बाजारों के आसपास के इलाकों में भी इसकी व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके चलते केवल खरीदार ही नहीं बल्कि दुकानदार भी परेशान है।
चार हजार दुकानें, एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं
शहर के बाजारों में चार हजार के करीब दुकानें हैं। जहां पर वस्त्रों से लेकर शूज तथा हैंडलूम से लेकर घर की जरूरत को लेकर तमाम तरह का सामान बेचा जाता है। यही कारण है कि इन बाजारों में केवल शहर ही नहीं बल्कि जिला व आसपास के शहरों से भी लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं। जिन्हें इस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई बार कर चुके हैं मांग, नहीं हुई पूरी
इस बारे में बाजार शेखां शापकीपर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह किवी ने बताया कि मामले को लेकर कई बार नगर निगम के समक्ष मांग की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन बाजारों में सार्वजनिक शौचालय न होने के चलते कारोबार पर भी असर पड़ता है। उन्होंने नगर निगम से उक्त मांग को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है।