केंद्र से आई टीम ने खंगाला टीबी रोकथाम प्रोग्राम का रिकार्ड
केंद्र सरकार द्वारा साल 2025 तक टीबी मुक्त देश बनाने का लक्ष्य रखा गया। इसे पूरा करने के लिए टीबी रोकथाम प्रोग्राम की पड़ताल करने आई केंद्र की टीम ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। जहां मरीजों से मुलाकात की और रिकार्ड की गहन जांच पड़ताल की।
जागरण संवाददाता, जालंधर : केंद्र सरकार द्वारा साल 2025 तक टीबी मुक्त देश बनाने का लक्ष्य रखा गया। इसे पूरा करने के लिए टीबी रोकथाम प्रोग्राम की पड़ताल करने आई केंद्र की टीम ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। जहां मरीजों से मुलाकात की और रिकार्ड की गहन जांच पड़ताल की।
मंगलवार को ज्वाइंट सपोर्टिव सुपरविजन (जेएसएस) टीम ने सीएचसी करतारपुर, पिम्स, सिविल अस्पताल फिल्लौर, नकोदर, नूरमहल सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान टीबी का इलाज करवा चुके तथा इलाज करवा रहे मरीजों से मुलाकात कर व्यवस्था तथा इलाज के विषय पर गहन जांच की। इसके अलावा प्रोग्राम के तहत मरीजों तथा दवाइयों का लेखा भी जांचा। टीम के प्रभारी डा. अशोक भारद्वाज ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से देशभर में 18 टीमें गठित की है। हर राज्य में एक टीम दो जिलों में पहुंच रही है। इनमें एक बहुत बढि़या काम करने वाला व दूसरा कमजोर जिला चुनकर उसकी पड़ताल की जा रही है। राज्य में मोगा बेहतरीन प्रदर्शन और जालंधर को कमजोर जिले के रूप में पड़ताल करने का काम चल रहा है। जिला राज्य में 17वें स्थान पर है। तमाम जांच पड़ताल के बाद रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी। उसके बाद अगली रणनीति तय की जाएगी। टीम में अजीत मैनन, राजन चौहान, डा. सरीत शर्मा, डा. निशा दहिया, वीवी सुंदर, डा. पूजा कपूर, डा. राजीव शर्मा, डा. कुलदीप सिंह, सर्बजीत लाल, असीम, शिवानी तथा अश्वनी कुमार के अलावा स्वास्थ्य केंद्रों के स्टाफ के सदस्य मौजूद थे।