शिव नगर के शिव मंदिर में दिनभर लगता है श्रद्धालुओं का तांता

शिव मंदिर शिव नगर सोढल रोड में सावन माह में भक्तों का तांता पूजा अर्चना के लिए लग रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:00 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:00 PM (IST)
शिव नगर के शिव मंदिर में दिनभर लगता है श्रद्धालुओं का तांता
शिव नगर के शिव मंदिर में दिनभर लगता है श्रद्धालुओं का तांता

जासं, जालंधर : शिव मंदिर शिव नगर सोढल रोड का निर्माण हुए भले ही खासा अरसा नहीं हुआ है, लेकिन यहां घनी आबादी होने से मंदिर में दिनभर शिव पूजा करने वाले श्रद्धालुओं की आमद रहती है। सोढल मंदिर के आसपास स्थित मोहल्लों से भी लोग यहां पूजा-अर्चना के लिए आते है। एक तरफ दोआबा चौक व दूसरी तरफ सोढल चौक के मध्य में स्थित है यह शिव मंदिर। रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से दोआबा चौक तक आसानी से साधन उपलब्ध रहते हैैं। यहां से रिक्शा पर मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।

मंदिर का इतिहास : शिव मंदिर शिव नगर में मंदिर का निर्माण करीब दो दशक पूर्व करवाया गया है। घनी आबादी वाला इलाका होने से यहां शिव मंदिर बनाने की मांग श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही थी। इसे शिगारी परिवार द्वारा श्रद्धालुओं के सहयोग से पूरा किया गया है। मंदिर का निर्माण करवाने के बाद जयपुर से विशेष रूप से कई देवी-देवताओं की प्रतिमाएं मंगवाई गई थीं जिन्हें यहां विधिवत प्रतिष्ठापित किया गया।

तैयारियां : शिव मंदिर में सावन के महीने में विशेष तैयारियां की जाती हैं। श्रद्धालुओं को बिल्व पत्र, भांग व धतूरा आदि उपलब्ध करवाए जाते हैं। फलाहार व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद में फल वितरित किए जाते हैं।

मंदिर के चेयरमैन गुरुत्त शिगारी ने बताया कि सावन माह में शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए अलग से सेवादार तैनात किए जाते हैं। मंदिर में सावन माह में आने वाले सोमवार व शिवरात्रि पर संकीर्तन एवं दिनभर उत्सव का माहौल रहता है। यह परंपरा पिछले लंबे समय से चली आ रही है।

पंडित शिव चरण बताते हैं कि शिव मंदिर की महिमा दूर-दूर तक विख्यात है। यहां पर केवल इस इलाके के ही नहीं, बल्कि आसपास की कालोनियों से भी श्रद्धालु आकर नतमस्तक होते है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को सावन माह के महत्व के बारे में भी ज्ञान दिया जाता है।

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