कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते ही जिला प्रशासन हुआ सतर्क, डीसी ने लिया अस्पतालों का जायजा

कोरोना के मरीजों की संख्या तथा मृत्यु दर बढ़ने से जिला प्रशासन सतर्क हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 10:35 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 10:35 PM (IST)
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते ही जिला प्रशासन हुआ सतर्क, डीसी ने लिया अस्पतालों का जायजा
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते ही जिला प्रशासन हुआ सतर्क, डीसी ने लिया अस्पतालों का जायजा

जागरण संवाददाता, जालंधर

कोरोना के मरीजों की संख्या तथा मृत्यु दर बढ़ने से जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए डीसी स्वयं फील्ड में उतर आए हैं। आने वाले सप्ताह में कोरोना की दूसरी लहर की संभावना के मद्देनजर डीसी घनश्याम थोरी ने बुधवार को तीन बड़े निजी अस्पतालों का दौरा किया। उन्हें लेवल-2 और लेवल-3 कोविड मरीजों के लिए बेड क्षमता कम से कम 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की अपील की।

संक्रमण की वृद्धि से निपटने की तैयारी का जायजा लेने के लिए डिप्टी कमिश्नर ने बुधवार को कैपीटोल अस्पताल, श्रीमन अस्पताल और एनएचएस अस्पताल का दौरा किया। थोरी ने कहा कि माहिरों के अनुसार आने वाले समय में कोरोना की दूसरी लहर और तेज होगी। जिला प्रशासन आइसीयू सुविधा के साथ लोगों की जानें बचाने की हर संभव कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि जालंधर के 51 निजी अस्पतालों में 575 लेवल-2 और 253 लेवल-3 के बेड हैं। 467 लेवल-2 और 192 लेवल-3 बेड अभी भी इन संस्थानों में उपलब्ध हैं। इससे मरीजों का उचित इलाज यकीनी बनाया जा सकेगा और मृत्यु दर कम की जा सकेगी।

एनएचएस अस्पताल के डा. संदीप गोयल ने बताया कि अस्पताल में लेवल-3 के 16 बेड हैं। उन्होंने कहा कि समय आने पर हम क्षमता को 70 बेड तक बढ़ा सकते हैं। कैपीटोल अस्पताल के डा. हरनूर परूथी और श्रीमन अस्पताल के डा. वीपी शर्मा ने कहा कि अपने अस्पतालों में लेवल-3 और लेवल-2 के बेडों की क्षमता दोगुना करने के लिए तैयार हैं। इस मौके पर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. ज्योति शर्मा व अन्य अधिकारी उनके साथ मौजूद थे।

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