अमृतसर में जीएनडीयू के बाहर अध्यापकों ने दिया धरना, 7वां वेतन आयोग लागू न होने का विरोध
अमृतसर में जीएनडीयू के बाहर अध्यापकों ने सातवां वेतन आयोग लागू ना होने के विरोध में धरना कम रैली आयोजित की। पीसीसीटीयू के सहयोग से आयोजित धरना कम रैली में दो दर्जन से भी अधिक कॉलेजों के 500 के करीब अध्यापकों ने हिस्सा लिया।
अमृतसर, जेएनएन। अमृतसर, जालंधर, बटाला, गुरदासपुर, पठानकोट, तरनतारन व कपूरथला के अध्यापकों ने सातवां वेतन आयोग लागू ना होने के विरोध में जीएनडीयू के बाहर धरना कम रैली आयोजित की। पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर ऑर्गेनाइजेशन (पीएफयूसीटीओ) के बैनर तले गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी टीचर एसोसिएशन जीएनडीयूटीए व पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन (पीसीसीटीयू) के सहयोग से आयोजित धरना कम रैली में दो दर्जन से भी अधिक कॉलेजों के 500 के करीब अध्यापकों ने हिस्सा लिया।
पीएफयूसीटीओ के प्रधान डॉ. एचएस किंगरा ने कहा कि यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने देश भर में लागू कर दिया है। जबकि पंजाब और हिमाचल प्रदेश में आज तक सातवां वेतन आयोग लागू ना होने से अध्यापकों में रोष की लहर पाई जा रही है। जीएनडीयूटीए के प्रधान डॉ. लखविंदर सिंह कंग ने कहां की पंजाब सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी के अध्यापकों के पे स्केल को यूजीसी के पे स्केल से डी लिंक करना सरासर गलत है, जिसकी वजह से उच्च शिक्षा का क्षेत्र पिछड़ जाएगा।
गवर्नमेंट टीचर यूनियन पंजाब के प्रधान डॉ बलजिंदर सिंह टोहड़ा ने कहां की पिछले लंबे समय से पंजाब के सरकारी कॉलेजों में अध्यापकों की भर्ती ना होने से शिक्षा के क्षेत्र में नुकसान हो रहा है। जबकि सरकार राज्य में प्राइवेट कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में को खोलने की अनुमति देकर आर्थिक शोषण करने वालों का साथ दे रही है। इस मौके पर डॉ. बीबी यादव, डॉ. जीएस सेखों, डा. एसएस रंधावा आदि मौजूद थे।
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