CBSE की तर्ज पर शिक्षक समर कैंप से विद्यार्थियों की निखार रहे कला, दूर कर रहे पाठयक्रम की कमियां
सीबीएसई स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में समर कैंप लग रहे हैं। यह कैंप विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियों के साथ जोड़ कर उनकी कला को निखारने के लिए और इसके जरिये विद्यार्थियों की पाठयक्रम से जुड़ी कमियों को दूर करने के लिए शुरू किए गए हैं।
जालंधर [अंकित शर्मा]। सीबीएसई स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में समर कैंप लग रहे हैं। यह कैंप विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियों के साथ जोड़ कर उनकी कला को निखारने के लिए और इसके जरिये विद्यार्थियों की पाठयक्रम से जुड़ी कमियों को दूर करने के लिए शुरू किए गए हैं। जिसके तहत विद्यार्थियों को शेड्यूल के अनुसार गतिविधियां करवाई जा रही हैं, जिसमें खेल व आर्ट गतिविधियों के साथ-साथ पाठ्यक्रम से जुड़े क्विज, लेख व सुंदर लिखाई करवाई जा रही हैं। ताकि विद्यार्थी छुट्टियों में भी शिक्षकों से जुड़े रहें और उनकी परफार्मेंस में निरंतर सुधार ही हो। जिसके लिए शिक्षक रोजाना विद्यार्थियों को वाट्सअप व फोनकाल के जरिये टास्क दे रहे हैं, जिन्हें विद्यार्थियों को निर्धारित समय में करते हुए अपने क्लास इंचार्ज व सबजेक्ट शिक्षक को भेजना अनिवार्य होता है। जिसके तहत ही विद्यार्थियों के हुनर को बेहतर करने के लिए प्रयास हो रहे हैं और जहां उनकी कमियां दिख रही है।
उन्हें दूर करने के लिए भी गतिविधियों को रोचक बनाने के लिए पाठयक्रम व अभी तक के कवर किए गए सिलेबस को रिवाइज करवाया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी हरिंदरपाल सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी रामपाल सिंह कहते हैं कि विद्यार्थियों के बेहतर विकास को ध्यान में रखते हुए यह प्रोग्राम बेहद जरूरी है। जिससे विद्यार्थियों की कला का निखारने के लिए तो प्रयास किए जा रहे हैं और साथ ही साथ उनकी सबजेक्ट्स से जुड़ी कमियों को दूर कर बेहतर बनाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। जिनमें जिले के सभी शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा है, जो गर्मियों की छुट्टियों के बावजूद विद्यार्थियों को गतिविधियों के जरिये ही सही अपने साथ और शिक्षा के साथ जोड़ रखे हुए हैं।