मेधावी विद्यार्थियों की तलाश में जुटे शिक्षक

बोर्ड परीक्षाओं में मेरिट बढ़ाने को लेकर शिक्षक मेधावी विद्यार्थियों की तलाश में जुट गए हैं। क्योंकि मिशन शतप्रतिशत की मेरिट लिस्ट में 90 फीसद से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों के नाम दर्ज हों।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 06:06 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 06:06 AM (IST)
मेधावी विद्यार्थियों की तलाश में जुटे शिक्षक
मेधावी विद्यार्थियों की तलाश में जुटे शिक्षक

जालंधर संवाददाता, जालंधर : बोर्ड परीक्षाओं में मेरिट बढ़ाने को लेकर शिक्षक मेधावी विद्यार्थियों की तलाश में जुट गए हैं। क्योंकि मिशन शतप्रतिशत की मेरिट लिस्ट में 90 फीसद से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों के नाम दर्ज हों। मिशन को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ही नहीं, स्कूल हेड, विषय के शिक्षक, जिला व ब्लाक मेंटोर्स जुट गए हैं। वे दिसंबर टेस्ट की मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर मेरिटोरियस की तलाश कर रहे हैं। उनकी प्रश्न व टेस्ट की उत्तर पुस्तिकाएं मंगवाई जा रही हैं, ताकि एक्सपर्ट उनकी कमियों को देख सकें। इसके आधार पर ही विद्यार्थियों को एक्स्ट्रा कोचिग के साथ-साथ लर्निंग मैटीरियल भी मुहैया करवाया जाएगा। साप्ताहिक टेस्ट के आधार पर निरंतर उनकी प्रोग्रेस व रिवीजन पर भी नजर रखी जाएगी।

शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने निर्देश दिए हैं कि मेरिटोरियस की तलाश पूरी कर उन्हें कोचिग दें और उनकी हर गलती पर गौर करें। ताकि पता चल सके कि विद्यार्थी कहां किन गलतियों से अपने नंबर कटवा रहे हैं। विद्यार्थियों को उनकी गलतियां बताएं और रिवीजन के साथ टेस्ट में प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार करें। इसे लेकर जिला शिक्षा अधिकारी हरिदरपाल सिंह और स्टेट रिसोर्सपर्सन चंद्र शेखर भी हाल ही में स्कूल प्रिसिपल, स्कूल मुखियों संग बैठक कर विभाग की गाइडलाइंस और मिशन शतप्रतिशत को कामयाब बनाने के लिए की प्लानिंग के बारे में बता चुके हैं। ताकि सभी मिलकर मिशन को सफल बनाएं। शिक्षकों के लिए गाइडलाइंस

-विद्यार्थियों की दिसंबर परीक्षा का मूल्यांकन शिक्षक खुद भी करें।

-हर शिक्षक अपनी-अपनी क्लास के मेरिटोरियस विद्यार्थियों की तलाश करें।

-विद्यार्थियों के पेपर व टेस्ट में देखें कि वे किस प्रकार की गलतियां बार-बार कर रहे हैं।

-मेरिटोरियस की पहचान कर एक्स्ट्रा समय दें।

-विभाग की तरफ से लर्निंग मैटीरियल भेजा जाएगा, सभी को वाट्सएप ग्रुप में शामिल करें।

-मेरिटोरियस के ग्रुप में शिक्षक, हेड तो होंगे ही उसमें जिला शिक्षा अधिकारियों को भी शामिल करें।

-मेरिटोरियस विद्यार्थियों के अभिभावकों से भी निरंतर संपर्क कर उन्हें भी मोटिवेट करें।

-विद्यार्थियों से पर्सनल इंट्रेक्शन कर उनकी कमियों व परेशानियों के बारे में जानें।

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