जालंधर में अध्यापक शिक्षा मंत्री के विरोध में कर रहे डोर टू डोर प्रचार, कोठी के बाहर लगाया पक्का मोर्चा

जालंधर में अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया है। यूनियन का प्रदर्शन अब तीसरे दिन तक पहुंच गया है। जिसके चलते ही सरकार की अध्यापक व शिक्षा नीतियों का विरोध करते हुए डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 08:26 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 08:26 AM (IST)
जालंधर में अध्यापक शिक्षा मंत्री के विरोध में कर रहे डोर टू डोर प्रचार, कोठी के बाहर लगाया पक्का मोर्चा
जालंधर में अध्यापक शिक्षा मंत्री के विरोध में डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं।

जासं, जालंधर। जालंधर में ईटीटी टेट पास अध्यापक 6505 यूनियन पंजाब की तरफ से शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया है। यूनियन का प्रदर्शन अब तीसरे दिन तक पहुंच गया है। जिसके चलते ही सरकार की अध्यापक व शिक्षा नीतियों का विरोध करते हुए डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं। सरकार की बेरुखी का जवाब देने के लिए अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री परगट सिंह के हलके में घर-घर जाकर उनके लिए ही सरकार की आटा दाल स्कीम के लिए फंड की डिमांड कर रहे हैं, क्योंकि सरकार का फंड खत्म हो चुका है और स्कीमें लागू नहीं कर सकती है। ऐसे में दानी सज्जनों के सहयोग की आस है। इसके साथ-साथ अध्यापक घर-घर जाकर सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं, जिसमें अध्यापक लोगों को बता रहे हैं कि किस प्रकार से कांग्रेस शिक्षा विरोधी नीतियों की वजह से पंजाब में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।

झूठे दावों के जरिये लोगों को घुमराह कर रही है, वे अपने से हुई जायतियों के बारे में भी सभी को बता रहे हैं कि किस प्रकार से उन्हें 2016 में नौकरियों पर रखा और सभी शर्तें भी पूरी करवाई। बाद में 2018 में 180 अध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए बाहर निकाल दिया। यही नहीं उन पर जबरन केंद्रीय पे स्केल थोप कर उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। अब वे सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल चुके हैं और पीछे नहीं हटेंगे। जब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाते वे पीछे नहीं हटेंगे, फिर चाहे उन्हें लंबे समय तक शिक्षा मंत्री के हलके में ही अपने प्रचार के लिए डेरा क्यूं ना लगाना पड़े।

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