गल्ल... थोड़ी पर्सनल : तरुण चुग को किताबों से है बेहद प्यार, लाइब्रेरी में दो हजार से ज्यादा बुक्स

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग आरएसएस अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भारतीय जनता युवा मोर्चा भाजपा के अहम पदों पर दायित्व निभा चुके हैं। यूथ डेवलपमेंट बोर्ड के वाइस चेयरमैन कैबिनेट के पद भी पर काम कर चुके हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:57 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:57 AM (IST)
गल्ल... थोड़ी पर्सनल : तरुण चुग को किताबों से है बेहद प्यार, लाइब्रेरी में दो हजार से ज्यादा बुक्स
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ।

अमृतसर, [विपिन कुमार राणा]। जुनूनी स्वभाव, कुछ करने की एक बार अगर ठान ली तो बस करके ही रहेंगे। शायद यही जिद है कि 1978 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा से बतौर स्वयंसेवक शुरू हुआ समाजसेवा का सफर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तक पहुंच गया। जी हां, हम बात कर रहे हैं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग की। वह आरएसएस, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता युवा मोर्चा, भाजपा के अहम पदों पर दायित्व निभा चुके हैं। यूथ डेवलपमेंट बोर्ड के वाइस चेयरमैन कैबिनेट के पद भी पर काम कर चुके हैं। यूं तो उनके सियासी सफर के बारे में सबको पता है, पर उनकी जीवन पद्धति, उनके शौक क्या है, इसके बारे में हम आपको रूबरू करवाएंगे।

तीन मई 1971 को जन्मे तरुण चुग बहुत बड़े बुक लवर हैं। किताबों के प्रति उनका प्यार ही कहेंगे कि अमृतसर और दिल्ली में उनके निवास स्थान पर बनी लाइब्रेरियां अपने आप में किताबों का बहुमूल्य खजाना संजोए हुए है। अमृतसर की लाइब्रेरी में 1500 से ज्यादा जबकि दिल्ली की लाइब्रेरी में साढ़े सात सौ के करीब किताबें है। चुग महान नेताओं, समाज सुधारकों की बायोग्राफी पढ़ने के शौकीन तो हैं ही, साथ ही उनकी विभिन्न सियासी, सामाजिक विचारधाराओं पर भी अच्छी खासी स्टडी है। इनसे संबंधित लंबा चौड़ा साहित्य उनकी लाइब्रेरी में उपलब्ध है। उनकी पसंदीदा किताबों में स्वामी विवेकानंद जी की शिकागो यात्रा, शहीद भगत सिंह की बायोग्राफी, चाणक्य नीति, विधु नीति, कौटल्य शास्त्र खास हैं। जब भी उन्हेंं समय मिलता है, तब और रात को सोने से पहले एक घंटा वह जरूर किताब पढ़ते हैं। अगर कोई किताब आगे-पीछे हो जाए तो पारिवारिक सदस्यों तक से झगड़ा की नौबत आ जाती है। जितना उन्हेंं किताबें पढऩे का शौक है, उतना ही लगाव उन्हेंं समाचार पत्रों से भी है। दस के लगभग समाचार पत्र वह रोजाना पढ़ते हैं और 30 से 35 न्यूज पोर्टल पर जाकर भी देश-विदेश के समाचारों से संबंधित जानकारी लेते रहते हैं और खुद को अपडेट रखते हैं।

चुग सादगी पसंद है। सियासी होने के बावजूद पहरावे में उन्हेंं पेंट-शर्ट पसंद है। एक उनकी खासियत है कि गर्मी हो या सर्दी वह मोदी जैकेट जरूर पहनते हैैं और इसकी उनके पास अपार वैरायटी है। खाने में उन्हेंं सादा खाना पसंद है। खास बात यह है कि वह दिन में दो बार ही खाना खाते हैं। सुबह दस बजे तक और शाम का खाना पांच से छह बजे तक कर लेते हैैं। नाश्ते में उनको दही जरूर चाहिए और खाने में अगर पनीर मिल जाए तो क्या कहने।

साल में दो बार परिवार के साथ टूर

राजनीतिक व्यवस्तता के बीच वह अपने परिवार और पुराने साथियों को समय देना नहीं भूलते। साल में दो बार जब भी उन्हेंं समय मिलता है तो वह परिवार के साथ टूर पर निकल जाते हैं। ज्यादातर उन्हेंं वृंदावन जाना पसंद है। उसके अलावा वह अपनी टीम को भी खासे समॢपत हैं। समय-समय पर उनके लिए कैंपिंग का आयोजन करते रहते हैं और उसमें पुराने दिनों को याद कर पुरानी यादों को जिंदा रखने की कवायद करते हैं।

देशभक्ति और पुराने सदाबहार गाने सुनना पसंद

चुग भगवान श्री कृष्ण के उपासक हैैं। यही वजह है कि उनकी प्राथमिकता रहती है कि साल में कम से कम दो बार मथुरा वृंदावन जरूर दर्शनों को जाएं। उसके अलावा उन्हेंं देशभक्ति के गाने सुनना और रात के समय में जब कभी समय लगे तो पुराने सदाबहार गाने सुनना पसंद करते हैं। फिटनेस के लिए वह रोजाना बीस मिनट योग करते हैं और शाम को घर में ही साइकिलिंग करते हैं।

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