जब जालंधर सर्कट हाउस में कमिश्नर को देख सुरेश कुमार बोले, भुल्लर साब तुसी फिर आ गए

सर्किट हाउस में पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने डिप्टी कमिश्नर व सीनियर अधिकारियों के साथ सुरेश कुमार का स्वागत किया। कमिश्नर को देख कर सुरेश कुमार बोल पड़े भुल्लर साब तुसी फिर आ गए। इस कमेंट पर सीपी और आसपास खड़े अधिकारी एक दूसरे को देख कर हंसने लगे।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:11 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:11 AM (IST)
जब जालंधर सर्कट हाउस में कमिश्नर को देख सुरेश कुमार बोले, भुल्लर साब तुसी फिर आ गए
जालंधर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का जालंधर प्रेम किसी से छुपा नहीं है।

जालंधर [जगजीत सिंह सुशांत]। जालंधर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का जालंधर प्रेम किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने अपनी ड्यूटी के कई सुनहरे साल यहीं बिताए हैं और यहां पर उनका सोशल सर्कल भी काफी बड़ा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेट्री सुरेश कुमार जालंधर कैंट में विधायक परगट सिंह के निमंत्रण पर विकास कार्यों के उद्घाटन में शामिल होने के लिए पहुंचे। सर्किट हाउस में पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने डिप्टी कमिश्नर व सीनियर अधिकारियों के साथ सुरेश कुमार का स्वागत किया। कमिश्नर को देख कर सुरेश कुमार बोल पड़े भुल्लर साब तुसी फिर आ गए। इस कमेंट पर सीपी और आसपास खड़े अधिकारी एक दूसरे को देख कर हंसने लगे। आइपीएस अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर के पिता भी पुलिस अधिकारी थे और जालंधर में लंबे समय तक तैनात रहे थे। उनका यहां पर बड़ा नाम था और कमिश्नर के जालंधर से लगाव का बड़ा कारण है।

डीसी के ससुराल का रास्ता मुश्किल
डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी का ससुराल होशियारपुर की तरफ है। ससुराल तक जाने के लिए शार्टकट रास्ता आदमपुर का ही है। आजकल ससुराल जाना हो तो फगवाड़ा और दूसरे कस्बों से होकर जाना पड़ता है। आदमपुर मेन रोड पर ओवरब्रिज बनाने का काम चल रहा है, इसलिए वहां से निकलना इतना आसान नहीं है। ट्रैफिक जाम की दिक्कत भी बनी रहती है। इसी समस्या को लेकर एक सप्ताह पहले आदमपुर के विधायक पवन टीनू और कई अकाली नेता डिप्टी कमिश्नर से मिले थे। विधायक ने आदमपुर की खस्ताहाल सड़क का मामला उठाया और ट्रैफिक जाम से लोगों के प्रभावित होने की बात की। आदमपुर की मेन रोड की खराब हालत के बारे में सुनकर डीसी खुद ही बोल उठे। कुछ बताने की जरूरत नहीं है। सब जानता हूं। मेरा तो ससुराल भी होशियारपुर में है। आदमपुर का रास्ता खराब है, इसलिए लंबे रास्ते से फगवाड़ा से होकर जाना पड़ता है।

लक्की के हमले से नेता डरे
पंजाब मीडियम इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड के डायरेक्टर मलविंदर सिंह लक्की ने नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच पर हमला क्या बोला, इसने कई नेताओं दिलों में डर पैदा कर दिया है। ज्यादातर नेता प्रापर्टी के कारोबार से ही जुड़े हैं और जब-जब कोई नेता अधिकारियों पर भड़कता है तब-तब अधिकारी काम में सख्ती कर देते हैं और नुकसान नेताओं को उठाना पड़ता है। लक्की के तेवरों से ऐसा ही डर कई नेताओं के दिलों में घर कर गया है। कई जगह इस पर चर्चा भी हुई। प्रापर्टी कारोबार से जुड़े नेता यही कह रहे हैं कि बड़ी मुश्किल से अधिकारी थोड़ा बहुत काम करते हैं और अगर ऐसा ही होता रहा तो अधिकारी सारे काम ही बंद कर देंगे। लक्की के हमलों से निगम यूनियनें भी विरोध में खड़ी हो गई हैं। राजनीतिज्ञों और अफसरों के बीच का यह मामला भड़क सकता है। इसको लेकर रोज ही शिकायतें हो रही हैं।

कोई पत्थर पर लिख दो मेरा नाम
वार्ड नंबर 13 से कांग्रेस की पार्षद बिमला रानी हैं और उनके पति विजय दकोहा कांग्रेस के सीनियर नेता है। मामला उद्घाटन के लिए नींव पत्थर लगाने का था। वार्ड क्षेत्र में विकास कार्यों को शुरू करवाने को नींव पत्थर लगाने के लिए जब शिलान्यास पट्ट पर इलाका पार्षद बिमला रानी का नाम लिखा गया तो उनके पति विजय दकोहा इस पर बात पर अधिकारियों के साथ बहस करने लगे कि शिलान्यास पट्ट पर उनका नाम लिखा होना चाहिए। विजय दकोहा ने कहा कि उनकी पत्नी बिमला रानी का नाम काट दो। जिला कांग्रेस के पदाधिकारी के रूप में उनका नाम लिखा जाए। अधिकारियों ने कहा कि प्रोटोकाल के मुताबिक यह संभव नहीं है। कांग्रेस नेता अपना नाम लिखवाने के लिए कई बार अधिकारियों के साथ उलझे और मामला फंसा रहा। जब अधिकारी नहीं माने तो विजय दकोहा पत्नी के नाम वाले शिलान्यास पट्ट को ही लगवाने पर राजी हो गए।

chat bot
आपका साथी