श्री देवी तालाब मंदिर के सरोवर में होगी सतलुज दरिया के पानी की आपूर्ति
श्री देवी तालाब मंदिर के सरोवर में भविष्य में सतलुज दरिया का पानी भरने की योजना है। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत शहर में लोगों के घरों में सतलुज दरिया का पानी सप्लाई होना है और इसके लिए शहर में पाइपलाइन डाली जा रही है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : श्री देवी तालाब मंदिर के सरोवर में भविष्य में सतलुज दरिया का पानी भरने की योजना है। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत शहर में लोगों के घरों में सतलुज दरिया का पानी सप्लाई होना है और इसके लिए शहर में पाइपलाइन डाली जा रही है। विधायक बावा हैनरी ने यह प्रपोजल दी है कि मंदिर के सरोवर के लिए सरफेस वाटर प्रोजेक्ट का पानी सप्लाई किया जाएगा। मंदिर को पाइपलाइन से स्पेशल कनेक्शन देने की योजना बनाई गई है।
मंदिर तक कनेक्शन का खर्च स्मार्ट सिटी उठाएगी जबकि मंदिर के अंदर होने वाले काम का खर्च मंदिर कमेटी करेगी। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट की पाइपलाइन से श्री देवी तालाब मंदिर को पानी की सप्लाई के लिए वीरवार को मंदिर में कमेटी के महासचिव राजेश विज, वरिष्ठ उपप्रधान ललित गुप्ता, वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड के एसडीओ पदमदीप सिंह धालीवाल व कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह में मीटिग हुई। एसडीओ धालीवाल ने कहा कि उन्होंने मौका देख लिया है और इस पर जल्द ही पूरी रिपोर्ट देंगे। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के तहत मंदिर के सरोवर में पानी की सप्लाई से भूजल का इस्तेमाल रुकेगा।
राजेश विज ने कहा कि जल संरक्षण जरूरी है और सरोवर में दरिया का पानी आने से पर्यावरण बेहतर होगा। सरोवर का पानी भी लगातार बदला जाता रहेगा। फिलहाल सरोवर के पानी को साफ करने के लिए पारंपरिक तरीके अपनाए जाते हैं। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए विधायक बावा हैनरी, मेयर जगदीश राजा, निगम कमिश्नर करनेश शर्मा का आभार जताया, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी के तहत करने की योजना बनाई है। सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन जितिन वासुदेवा ने कहा कि मंदिर के पास से जहा से भी पाइप लाइन गुजरेगी वहां से मंदिर तक एडिशनल पाइपलाइन डाली जाएगी।
---------
सिचाई विभाग को 10 करोड़ जारी होंगे
सतलुल दरिया का पानी शहर में डीएवी कालेज नहर के नाम से जाने जाती बिस्त दोआब नहर के जरिए आना है। सिचाई विभाग से इसके लिए 30 साल का एग्रीमेंट हुआ है। नहर को रिपेयर करने और 30 साल तक रखरखाव के लिए करबी 54 करोड़ रुपये देने हैं। सिचाई विभाग की मांग के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी 10 करोड़ रुपए ट्रांसफर करेगी। सीईओ करनेश शर्मा ने कहा कि सभी काम समानांतर चलने हैं। पाइपलाइन डाली जा रही है। गांव जगरावां में वाटर टैंक और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम चल रहा है इसलिए नहर की रिपेयर का काम भी साथ ही करवाना है।