Sukhmeet Deputy Murder : जेल में बना था सुखमीत डिप्टी को मारने का प्लान, वर्चस्व की लड़ाई में कई बन चुके थे दुश्मन

Sukhmeet Deputy Murder सुखमीत डिप्टी हमेशा से ही जीत के जज्बे के साथ काम करता था। 2007 में कांग्रेस की टिकट मिलने पर वो चुनाव लड़ा और पार्षद बना। यही नहीं उसने देहात कांग्रेस में यूथ प्रधान बनने का दावा ठोका और सफल भी हुआ।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:41 AM (IST)
Sukhmeet Deputy Murder : जेल में बना था सुखमीत डिप्टी को मारने का प्लान, वर्चस्व की लड़ाई में कई बन चुके थे दुश्मन
जालंधर के गोपाल नगर में रहने वाला सुखमीत डिप्टी की रविवार को हत्या कर दी गई।

जालंधर, [सुक्रांत/अखंड]। जालंधर के गोपाल नगर में रहने वाला सुखमीत डिप्टी हमेशा से ही जीत के जज्बे के साथ काम करता था। 2007 में कांग्रेस की टिकट मिलने पर वो चुनाव लड़ा और पार्षद बना। यही नहीं उसने देहात कांग्रेस में यूथ प्रधान बनने का दावा ठोका और सफल भी हुआ। यहीं से उसकी वर्चस्व की लड़ाई शुरू हुई थी। 2008 में डिप्टी का बुरा समय शुरू हुआ, जब उसने आदर्श नगर में एक इमारत खरीदने के लिए पैसों के लालच में आकर फाइनांसर व फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर सुभाष के बेटे मिक्की का अपहरण कर लिया।

अदालत से सजा मिलने के बाद वह जेल गया। वर्चस्व की लड़ाई में उसने जेल में कई दुश्मन बना लिए थे। वहां पर कुछ नशा तस्कर डिप्टी के साथ रंजिश रखते थे। पुलिस की जांच में सामने आया है कि जेल में ही डिप्टी को मरने की साजिश रची गई थी, जिसे बाहर अंजाम दिया गया। उसे प्वाइंट 30 के हथियार से गोलियां मारी गईं, जिसके बाद हमलावर हवा में हथियार लहराते हुए गाड़ी में बैठ फरार हो गए।

तीन पिस्टलों से चलाई गईं गोलियां!

पुलिस जांच में सामने आया है कि हमला करने वालों ने तीन पिस्टलों से गोलियां चलाईं। पहली गोली से गिरने के बाद डिप्टी ने उठने का प्रयास किया, लेकिन हमलावरों ने तीनों पिस्टलों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। जहां पर डिप्टी का शव मिला, उसके चारों तरफ गोलियों के खोल गिरे हुए थे। जो खोल मिले हैं वो प्वांइट 30 बोर की पिस्टल के हैं और यह गोलियां सिर्फ पुलिस वालों और खिलाड़यों को ही मिल सकती हैं।

दुकानों के शटर गिरा कर भागे दुकानदार, इलाके में दहशत

दानामंडी के बाहर जहां पर गोलियां चलीं, वहां पर दर्जनों दुकानें खुली हुई थीं। गोली चलने और डिप्टी को गोली लगने की बात सामने आते ही दहशत फैल गई। इसके बाद दुकानों के सारे शटर धड़ाधड़ गिर गए। कुछ ही दुकानें खुली थीं, जिनके मालिकों से पुलिस ने बात की, लेकिन कोई कुछ नहीं बोल रहा है।

काल डिटेल से हत्यारों को ढूंढऩे का प्रयास कर रही पुलिस

पुलिस ने डिप्टी का मोबाइल मौके से बरामद कर लिया है। अब पुलिस काल डिटेल के जरिए आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वहीं गाड़ी नंबर जो पुलिस के हाथ लगा है, वो गलत बताया जा रहा है। बताया जा रहा है आरोपितों ने गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी थी। पुलिस ने एक संदिग्ध गाड़ी देर रात बरामद की है, लेकिन कुछ बताया नहीं है।

कुछ दिनों से मिल रही थी धमकियां, दोस्त कह रहे थे-अकेले मत निकलो

डिप्टी के जानकारों की मानें तो उसे कुछ दिनों से फोन पर धमकियां मिल रही थीं। उसके रिश्तेदार, दोस्त उसे कहीं पर अकेले न निकलने की बात कह रहे थे, लेकिन रविवार शाम को डिप्टी अकेला ही अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर निकला और हमलावरों के निशाने पर आ गया।

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए आरोपित, गाड़ी भी नजर आई

पुलिस ने देर रात तक आसपास के कई सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में ले ली थी। सीसीटीवी फुटेज में आरोपितों की गाड़ी पुलिस को आती और जाती दिखी है। आरोपित भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। जल्द ही पुलिस इस मामले में राज खोल सकती है।

फादर्स डे वाले दिन ही बेटे के सिर से उठ गया पिता का साया

सुखमीत डिप्टी का एक बेटा है और वो जल्द ही एक और बच्चे का पिता बनने वाला था। फादर्स डे वाले दिन वो अपने बेटे के साथ दिन भर खेलता रहा। दोपहर को उसे राजनीतिक कार्यक्रम में बुलाया गया था। वहां से लौट कर वह घर पर बेटे के साथ ही बैठा था। फादर्स डे वाले दिन ही डिप्टी के बेटे के सिर से उसके पिता का साया उठ गया।

दहशत के साये में जी रहे लोग : भंडारी

पूर्व विधायक केडी भंडारी ने कहा कि शहर के लोग दहशत के साये में जी रहे हैं। सरेआम गोलियां चल रही हैं, लोग मर रहे हैं और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं। अभी ङ्क्षटकू हत्याकांड पूरी तरह से सुलझा नहीं कि पूर्व पार्षद डिप्टी की किसी ने हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भी अपराध को रोकने में नाकाम रही है। पुलिस शहर में सख्ती बढ़ाने के साथ-साथ अपराध पर भी रोक लगाए अन्यथा जालंधर में जंगल राज कायम हो जाएगा।

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