जालंधर के स्कूलाें में दूसरे दिन बढ़ी छात्राें की संख्या, Thermal Screening के बाद ही कक्षाअाें में भेजा
विद्यार्थियों के लिए स्कूल महज तीन घंटे के लिए खुल रहे हैं इसलिए उसमें विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई ब्रेक नहीं दी जा रही। प्रिंसिपलों का मानना है कि अगर ब्रेक दें तो एक दूसरे से संपर्क में विद्यार्थी आ सकते हैं।
जालंधर, जेएनएन। कोविड काल के बाद अनलाक हुए स्कूलों में पहले दिन के मुकाबले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई है। स्कूल सुबह नौ से 12 बजे तक खुलेंगे. हालांकि शिक्षक स्कूल समय से पहले ही आ रहे हैं। इसका कारण यही है कि विद्यार्थियों और खुद को भी संक्रमण से बचाना है।
प्रत्येक छात्र के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की जानी जरूरी है। सबसे पहले स्कूल में शिक्षकों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई और उसके बाद जैसे-जैसे विद्यार्थी आते गए उनका बाडी टेंपरेचर देखने, हाथों को सैनिटाइज करने के बाद उन्हें सीधे कक्षाओं में भेजा गया।
नान स्टाप तीन घंटे लगने लगे छह पीरियड
विद्यार्थियों के लिए स्कूल महज तीन घंटे के लिए खुल रहे हैं, इसलिए उसमें विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई ब्रेक नहीं दी जा रही। प्रिंसिपलों का मानना है कि अगर ब्रेक दें, तो एक दूसरे से संपर्क में विद्यार्थी आ सकते हैं। विद्यार्थियों का आपसी संपर्क न हो इसलिए ही नान स्टाप तीन घंटे में छह पीरियड लगाने का प्लान है।
पानी के इंतजाम के लिए विद्यार्थियों को खुद ही अपनी-अपनी बोतल लाने के लिए कहा गया है। अगर कोई बच्चा पानी की बोतल नहीं लेकर आता है तो वो वाटर टैंक का इस्तेमाल कर सकता है, इसलिए वहां भी सैनिटाइजर का स्टैंड रखा है। जिससे वो पानी के टैंक का इस्तेमाल करके हाथों को सैनिटाइज करके ही वापिस क्लास में आए।
क्लास वाइज हो रही विद्यार्थियों की वापसी
प्रिंसिपलों की तरफ से छुट्टी के बाद भी किसी प्रकार से विद्यार्थियों की भीड़ न हो इसलिए क्लास वाइज ही क्रमवार कक्षाओं से बाहर भेजा जा रहा है। जिससे उनमें शारीरिक दूरी भी बनी रहे और विद्यार्थी सुरक्षित अपने-अपने घरों को पहुंच सकें।