एपीजे कॉलेज के Future Fiesta में स्टूडेंट्स ने दिखाया अपना टैलेंट
एपीजे कॉलेज आफ फाइन आर्ट्स के फ्यूटर फिएस्टा सांस्कृतिक कार्यक्रम में मेघालय कर्नाटक महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल नई दिल्ली छत्तीसगढ़ झारखंड केरल और पंजाब के 80 प्रतियोगियों ने भाग लिया। उन्होंने विभिन्न लोक नृत्य प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया।
जालंधर, जेएनएन। एपीजे कॉलेज आफ फाइन आर्ट्स के परफार्मिंग आर्ट्स विभाग की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम फ्यूचर फिएस्टा करवाया गया। इसमें देश के विभिन्न राज्यों जैसे मेघालय, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल और पंजाब के 80 प्रतियोगियों ने विभिन्न लोक नृत्य प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया।
प्रिंसिपल डा. नीरजा ढींगरा ने कहा कि राजेश्वरी कला संगम की विरासत को अगली पीढ़ी तक ले जाने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता करवाई गई। इसके जरिये विद्यार्थियों को अपनी कला निखारने के लिए एक मंच प्रदान किया गया। म्यूजिक वोकल मुकाबले का मंच संचालन डा. विवेक शर्मा ने किया। म्यूजिक डायरेक्टर विवेक साहनी, एक्टर व गायक युवराज हंस ने निर्णायक की भूमिका निभाई। उन्होंने विद्यार्थियों को संगीत से जुड़ी बारीकियों से भी अवगत कराया। एपीजे कॉलेज के क्लचरल एडवाइजर अरुण मिश्रा ने कहा कि गायन असल में निरंतर रियाज की मांग करता है और संगीत एक साधना है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को निरंतर मेहनत और अभ्यास करते रहने के लिए प्रेरित किया।
डांस मुकाबलों में डांस विभाग के डॉ. मिक्की वर्मा, मनीषा मिश्रा, रोहित चावला निर्णायक रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में भाग लें तो हमेशा ध्यान में रखें कि मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। दिल से परफार्मेंस दें और उसके परिणाम की परवाह न करें। मुकाबलों में मिलने वाली हार भी जीत ही होती है क्योंकि उससे मिलने वाली सीख हमें भविष्य के मुकाबलों के लिए तैयार करवाती है। परिश्रम करवा जीत दिलाती है। इसलिए, जब भी मौका मिले अभ्यास करें और मुकाबलों के भागीदार भी बनते रहें।