पंजाब के इस स्कूल में सीढ़ी से दीवार फांद जाते हैं शिक्षक और विद्यार्थी, कारण जान कर रह जाएंगे हैरान
तरनतारन के गांव माड़ी गौड़ सिंह के मिडिल स्कूल में कुछ ऐसे ही हालात हैं। रोजाना बच्चे जान जोखिम में डाल स्कूल आते-जाते हैं। स्कूल की दीवार के बाहर तालाब बना हुआ है। इस कारण विद्यार्थी और अध्यापक गेट से प्रवेश नहीं कर पाते।
तरनतारन, [धर्मबीर सिंह मल्हार]। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है...। सरकारी स्कूलों की दीवारों पर अकसर ऐसे संदेश देखे जा सकते हैं। मगर जब शिक्षण संस्थान में गंदगी फैली हो तो उससे प्रशासन और अधिकारियों पर कई सवाल खड़े होते हैं। सीमावर्ती गांव माड़ी गौड़ सिंह के मिडिल स्कूल में कुछ ऐसे ही हालात हैं। रोजाना बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल आते-जाते हैं। गांंव का गंदा पानी स्कूल में जमा हो रहा है। इस मिडिल स्कूल में छठी, सातवीं व आठवीं तक की कक्षा लगती है। इसमें कुल पांच कमरे हैं।
स्कूल में बड़ा खेल मैदान है। इसमें गांव के छप्पड़ (तालाब) का पानी जमा हो रहा है। वहां पर गंदे पानी की बदबू फैली रहती है। इस कारण विद्यार्थी और अध्यापक गेट से प्रवेश नहीं कर पाते और दूसरा कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान उन्हें बदबू से परेशान होना पड़ता है। अध्यापक जरनैल सिंह, सुरिंदरपाल सिंह, स्वर्णजीत कौर का कहना है कि उन्हें भी बच्चों की तरह मजबूरन सीढ़ी के माध्यम से स्कूल में आना-जाना पड़ता है। वह दीवार पर सीढ़ी लगाकर आते हैं।
सीढ़ी का शिक्षक देते हैं एक दिन का 100 रुपये किराया
स्कूल की चारदीवारी आठ फीट ऊंची है। कक्षाओं के बगल में बनी दीवार के साथ लकड़ी की सीढ़ी लगाई गई है। इसी के जरिए विद्यार्थी स्कूल में आते-जाते हैं। अध्यापक सुरिंदरपाल सिंह का कहना है कि यह सीढ़ी किराये पर लाई गई है। हर दिन का 100 रुपये किराया शिक्षक अपनी जेब से देते हैं। हालांकि शिक्षकों को भी डर लगा रहता है कि कहीं विद्यार्थी गिरकर चोटिल न हो जाएं। पर क्या करें प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।
स्कूल में जमा पानी। जागरण
छात्र बोले, बदबू से होते हैं परेशान, पढ़ाई करना मुश्किल
स्कूल के विद्यार्थी गुरप्रीत सिंह, लवराज सिंह, बिक्रमजीत सिंह, संदीप कौर, कुलजिंदर कौर, मनमीत कौर कहते हैं कि स्कूल के खेल मैदान के पीछे क्लास रूम हैं। पूरे खेल मैदान में गंदा पानी बदबू फैलाता है। ऐसे में पढ़ाई करना काफी मुश्किल है। उनकी ऐसी हालत नहीं कि वे निजी स्कूल में पढ़ सकें, इसलिए उनकी मांग है कि सरकार और प्रशासन इस समस्या से निजात दिलाए।
किसने क्या कहा
'' गांव में सीवरेज व्यवस्था नहीं होने के कारण यह समस्या है और पानी वहां पहुंच रहा है। इस बाबत प्रपोजल बनाकर विकास करवाया जाना है।
- सुखबीर सिंह, सरपंच।
'' गांव माड़ी गौड़ सिंह के स्कूल की हालत से अवगत नहीं हूं। स्कूल के विद्यार्थी अगर लकड़ी की सीढ़ी लगाकर स्कूल में प्रवेश करते है तो यह गंभीर मामला है।
- कुलवंत सिंह, जिला उपायुक्त, तरनतारन।
'' गांव माड़ी गौड़ सिंह स्कूल का जायजा लेने के लिए टीम भेजी जा रही है। टीम की रिपोर्ट सरकार को दी जाएगी ताकि इस समस्या से निजात दिलाई जा सके।
- सतनाम सिंह बाठ, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी।