जालंधर में निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन फिर हड़ताल पर, शहर में कूड़ा लिफ्टिंग ठप; कर रहे ये मांग
ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन मांग कर रही है कि ठेकेदारी प्रथा को खत्म किया जाए और पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। इसे लेकर बार-बार हड़ताल की जा रही है। कूड़ा लिफ्टिंग न होने से शहर के सभी डंप कूड़े से भरे पड़े हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में नगर निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन ने एक बार फिर हड़ताल कर दी है। इस वजह से शहर से बुधवार को कूड़ा लिफ्टिंग नहीं हो पाई। यूनियन सदस्यों ने अपने नेता मनीष बाबा के नेतृत्व में कमिश्नर ऑफिस का धरना दिया और जमकर नारेबाजी की। ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन मांग कर रही है कि ठेकेदारी प्रथा को खत्म किया जाए और पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। इसे लेकर बार-बार हड़ताल की जा रही है। कूड़ा लिफ्टिंग न होने से शहर के सभी डंप कूड़े से भरे पड़े हैं और बरसात के मौसम में यह लोगों के लिए मुसीबत बन सकते हैं। वहीं कूड़ा न उठने से लोगों को गंभीर बीमारियों का भी डर सताने लग गया है। ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के नेता अपनी मांगों को लेकर अगली रणनीति तैयार कर रहे हैं और यह हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदल सकती है। वरियाणा डंप पर भी हालात खराब है और वहां पर गाड़ियां नहीं जा पा रही हैं।
हड़ताल पर बैठे निगम के ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के सदस्य।
नगर निगम कमिश्नर ने लंबा पिंड चौक स्थित वर्कशॉप में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों की सप्लाई के लिए एक इंस्पेक्टर की तैनाती की है। यूनियन इस तैनाती का विरोध कर रही है और मांग की है कि इसे तुरंत हटाया जाए। इस मुद्दे को लेकर आज नगर निगम कमिश्नर और यूनियन में मीटिंग भी होनी थी। यूनियन के दबाव में नगर निगम कमिश्नर ने फैसला वापस ले सकते हैं। अगर हड़ताल खत्म ना हुई तो बरसात के दौरान कूड़ा शहर के लोगों के लिए मुसीबत बन सकता है और बीमारियां फैलने का खतरा खड़ा हो जाएगा।
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