कोरोना के मामले कम होने से राज्य हो रहे अनलाक, जालंधर की इंडस्ट्री को 300 करोड़ की रुकी पेमेंट मिलने की आस जगी
दिल्ली के अनलाक होने व देश में कोरोना मरीजों की गिनती कम होने से जालंधर इंडस्ट्री खरीददार से रुकी हुई पेमेंट मिलने की आस जग गई है। कोरोना काल में दिल्ली में लाकडाउन लगा होने की वजह से खरीददारों ने इंडस्ट्री की पेमेंट रोक दी थी।
जालंधर [कमल किशोर]। दिल्ली के अनलाक होने व देश में कोरोना मरीजों की गिनती कम होने से जालंधर इंडस्ट्री खरीददार से रुकी हुई पेमेंट मिलने की आस जग गई है। कोरोना काल में दिल्ली में लाकडाउन लगा होने की वजह से खरीददारों ने इंडस्ट्री की पेमेंट रोक दी थी। खरीददारों से पेमेंट ना मिलने की वजह से इंडस्ट्री का सरवाइव करना मुश्किल हो रहा था। इंडस्ट्री द्वारा तैयार उत्पाद डंप हो रहे थे। जिसकी वजह से इंडस्ट्री खुद ही इंडस्ट्री बंद करने जा रही थी। फिलहाल अब खरीददार से पेमेंट मिलने की आस जग गई है। इंडस्ट्री का कारोबार पटरी पर आने की उम्मीद है। जालंधर की खेल, हैंडटूल्स, लेदर व आटो पार्ट्स इंडस्ट्री की बात करें तो कुल 300 करोड़ की पेमेंट रुकी पड़ी है।
खेल इंडस्ट्री
जिले में कुल 2200 छोटी-बड़ी खेल इंडस्ट्री है। प्रतिवर्ष करती है करीब 2900 करोड़ का कारोबार है। घरेलू मार्किट में 80 करोड़ रुपए की पेमेंट रुकी पड़ी है।
लेदर इंडस्ट्री
लेदर कम्पलेक्स में 300 लेदर इंडस्ट्री व 71 टैनरीज है। प्रतिवर्ष 900 करोड़ का कारोबार। 65 करोड़ की पेमेंट रुकी।
आटो पार्टस
इंडस्ट्री जिले में 90 आटो पार्ट्स इंडस्ट्री। प्रतिवर्ष करती है 850 करोड़ का कारोबार। 75 करोड़ की रूकी।---हैंडटूल्स इंडस्ट्री350 इंडस्ट्री, प्रतिवर्ष 1500 करोड़ का कारोबार।
75 करोड़ पेमेंट रुकी
एक्सपोर्ट के एमडी प्रवीण कुमार ने कहा कि लाकडाउन के दौरान खरीददारों द्वारा पेमेंट रोकी गई है। धीरे-धीरे राज्यों में लगा लाकडाउन खुल रहा है। पेमेंट मिलने की आस जगी है। खरीददारों से पेमेंट मिलनी शुरु होगी तो कारोबार भी पटरी पर आना शुरु होगा।
आर्डर मिलने की उम्मीद जगी: आशीष
स्पोर्ट्स एंड टॉय एसोसिएशन के प्रधान आशीष आनंद ने कहा कि राज्यों में लाकडाउन खुल रहा है। इंडस्ट्री ने राहत की सांस ली है। रुकी पेमेंट मिलने के साथ-साथ आर्डर मिलने की उम्मीद जग गई है। इंडस्ट्री में उत्पाद बनकर तैयार है।
घरेलू इंडस्ट्री की 70 प्रतिशत पेमेंट रुकी पड़ी : संजीव
जालंधर आटो पार्ट्स मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान संजीव जुनेजा ने कहा है कि घरेलू इंडस्ट्री की 70 प्रतिशत पेमेंट रुकी पड़ी है। दिल्ली अनलाक होने की वजह से रुकी पेमेंट मिल सकती है। लाकडाउन के दौरान खरीददारों ने पेमेंट रोक दी थी जिसकी वजह से इंडस्ट्री सरवाइव मुश्किल से कर रही थी।