SSA और मिड डे दफ्तरी कर्मचारी आज करेंगे चंडीगढ़ कूच, घेरेंगे शिक्षा भवन और मुख्यमंत्री की कोठी

यूनियन के नेताओं का कहना है कि सरकार की वादाखिलाफी के कारण मजबूरन उन्हें प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 36 हजार कर्मचारियों को पक्का करने को लेकर बिल तो पास कर दिया लेकिन अभी तक एक्ट नोटिफाई करके विभागों को नहीं भेजा।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 10:19 AM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 10:19 AM (IST)
SSA और मिड डे दफ्तरी कर्मचारी आज करेंगे चंडीगढ़ कूच, घेरेंगे शिक्षा भवन और मुख्यमंत्री की कोठी
प्रदर्शन के दौरान सदस्यों को कहीं रोक न लिया जाए इसके लिए बैकअप प्लान भी तैयार किया गया है।

जासं, जालंधर । शिक्षा विभाग में रेगुलर करने की मांग लेकर एसएसए मिड डे मील दफ्तरी कर्मचारी आज यानी मंगलवार को चंडीगढ़ के लिए कूच करेंगे। वे वहां पर शिक्षा भवन के बाहर पक्का मोर्चा भी लगाएंगे और वहीं से मुख्यमंत्री की कोठी भी घेरने के लिए चलेंगे। जिसे लेकर सोमवार को यूनियन के सदस्यों ने मीटिंग कर तैयारियों को लेकर सारी समीक्षा पूरी कर ली। ऐसे में कहीं यूनियन के सदस्यों को एक साथ ही कहीं रोक न लें इसके लिये भी यूनियन की तरफ से बैकअप प्लान तैयार किया गया है।

यूनियन नेता आशीष जुलाहा, शोभित भगत का कहना है कि सरकार की वायदा खिलाफी के विरोध में सभी को मजबूरन कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 36 हजार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की घोषणा तो कर दी थी और 11 नवंबर को विधानसभा में बिल पास भी कर दिया था। मगर अभी तक एक्ट नोटिफाइ करके विभागों को नहीं भेजा गया। यही कारण है कि सरकार केवल चुनावों तक अपने खोखले वायदे और दावों को ही जनता में दिखाना चाहता है। जिससे वे उनके कामों से प्रभावित होकर उनके हक में मतदान करें। मगर ऐसा होगा नहीं क्योंकि जनता सब जानती है। यही नहीं वे भी जनता को सरकार की गलत नीतियों प्रति भी जागरूक करने से पीछे नहीं हटेंगे।

यही कारण है कि उन्हें अब मजबूरन अपने हक के लिए सामूहिक छुट्टी लेकर मुख्यमंत्री के घर का घेराव करना पड़ रहा है। इसके साथ ही शिक्षा भवन मोहाली के बाहर पक्का धरना लगाएंगे। बता दें कि इससे पहले यूनियन की तरफ से शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव करने की घोषणा की थी और सदस्य सभी इकट्ठे होने भी शुरू हो गए थे। मगर इससे पहले ही उन्हें मीटिंग की काल करके बुलवा लिया था। तब उन्हें जल्द से जल्द रेगुलर करने संबंधी कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया गया था।

ये भी पढ़ेंः Petrol-Diesel Priceः और सस्ते हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई कमी

chat bot
आपका साथी