जालंधर के शिव मंदिर जैमल नगर में श्री राम चरित मानस के पाठ का शुभारंभ
श्री गीता जयंती महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष रवि शंकर शर्मा ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है अपनी संस्कृति की रक्षा करना। यह संस्कृति ही है जो एक मनुष्य को दूसरे मनुष्य से जोड़ती है। संस्कृति की रक्षा से मानवीय मूल्यों की रक्षा होती है।
जालंधर, जेएनएन। शहर के शिव मंदिर, जैमल नगर में एकादशी के उपलक्ष्य में रामायण जी के पाठ का शुभारंभ हनुमान चालीसा के पाठ से किया गया। मंदिर के संचालक पंडित संदीप शर्मा ने बताया कि रामायण जी का पाठ निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य मे रखा गया है जो कि लगातार सात दिन चलेगा।
इस अवसर पर श्री गीता जयंती महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष रवि शंकर शर्मा ने श्री राम चरित मानस पाठ के शुभारंभ के पुनीत अवसर पर मंदिर संचालन समिति को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है अपनी संस्कृति की रक्षा करना। यह संस्कृति ही है जो एक मनुष्य को दूसरे मनुष्य से जोड़ती है। संस्कृति की रक्षा से मानवीय मूल्यों की रक्षा होती है। इसलिए, ऐसे धार्मिक आयोजनों को प्रोत्साहित करने की नितांत आवश्यकता है। इस अवसर पर प्रमोद मलहोत्रा, सुमित कालिया समाज सेवक, हरिश शर्मा, तरलोचन नाथ, हरबस वर्मा, प्रियाषु, कृष मीनाक्षी, राधा, कृष्णा, अनिता व अन्य मौजूद थे।
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