डिफॉल्टर सरकारी विभागों के लिए संजीवनी बनेंगे स्मार्ट सिटी के सोलर पावर प्लांट Jalandhar News

सोलर पावर प्लांट से बिजली का खर्च बचेगा और ज्यादा बिजली बनने की सूरत में पावरकॉम को बेच कर बकाया चुका सकेंगे। बता दें कि खेतीबाड़ी विभाग पर करीब 16 लाख रुपए बिजली का बिल बकाया है।

By Edited By: Publish:Mon, 21 Oct 2019 01:52 AM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 08:33 AM (IST)
डिफॉल्टर सरकारी विभागों के लिए संजीवनी बनेंगे स्मार्ट सिटी के सोलर पावर प्लांट Jalandhar News
डिफॉल्टर सरकारी विभागों के लिए संजीवनी बनेंगे स्मार्ट सिटी के सोलर पावर प्लांट Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के तहत सरकारी दफ्तरों पर लग रहे सोलर पावर प्लांट कई विभागों में जान फूंक सकते हैं। कई डिपार्टमेंट ऐसे हैं जो पावरकॉम के डिफॉल्टर हैं और बिजली का बिल भी नहीं दे पा रहे। ऐसे विभागों के लिए भी स्मार्ट सिटी का सोलर पावर प्लांट फायदे का सौदा साबित हो सकता है। इससे दोहरा लाभ मिल सकता है। एक तो बिजली का खर्च बचेगा, दूसरा ज्यादा बिजली बनने की सूरत में पावरकॉम को बेच कर बकाया चुका सकेंगे। बता दें कि खेतीबाड़ी विभाग पर करीब 16 लाख रुपए बिजली का बिल बकाया है।

नगर निगम को स्ट्रीट लाइट्स समेत, दफ्तरों, डिस्पोजलों, ट्यूबवेलों, एसटीपी के बिजली बिल के लिए हर साल करीब 30 करोड़ रुपए देने पड़ते हैं। नगर निगम अगर अपने सभी दफ्तरों पर सोलर पावर प्लांट लगवा ले तो उसे काफी फायदा मिलेगा। स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रोजेक्ट के तहत तीन जगह सोलर पावर प्लांट लगा दिया है। मेरिटोरियस, स्पो‌र्ट्स कॉलेज और लड़कियों के सरकारी स्कूल नेहरू गार्डन में प्लांट लगा दिया है। इन्हें शुरू करने के लिए पावरकॉम से नेट मीटरिंग कनेक्शन लेने के लिए अप्लाई किया गया है। डीसी ऑफिस समेत कई ऑफिसों में प्लांट लगाने का काम चल रहा है। अगले तीन महीनों में कई इमारतों में सोलर पावर प्लांट लगा दिए जाएंगे। सोलर पावर को इस्तेमाल करने से पहले पावरकॉम से नेट मीटरिंग कनेक्शन की भी मंजूरी लेनी होगी। अगर बिजली खपत से ज्यादा पैदा होती है तो वह पावरकॉम को दी जा सकेगी और इसे जरूरत पड़ने पर वापस लिया जा सकेगा।

स्मार्ट सिटी कंपनी के तहत ही शहर की 17 सरकारी इमारतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने का काम भी शुरू करवाया गया है। इस पर 17.83 करोड़ रुपए खर्च आएंगे। करीब 74 हजार वर्ग मीटर छत पर प्लांट लगेगा जिससे 3878 किलोवाट बिजली पैदा होगी। इन सभी ऑफिस, स्कूलों में सोलर पावर से ही काम होगा। जितनी बिजली ज्यादा होगी वह पावरकॉम को बेचने का एग्रीमेंट होगा।

इन इमारतों पर लगेंगे सोलर पावर प्लांट

जेडीए ऑफिस 50 किलोवाट, पुलिस कमिश्नर आफिस 320 किलोवाट, डीसी ऑफिस 430 किलोवाट, गर्वनमेंट एजुकेशन कालेज 3 किलोवाट, मैरिटोरियस स्कूल 135 किलोवाटन, नगर निगम 410 किलोवाट, रजिस्ट्रार ऑफिस 1 और 280 किलोवाट, लड़कियों का सरकारी स्कूल 10 किलोवाट, सेशन कोर्ट 500 किलोवाट, स्पोटर्स कालेज 50 किलोवाट, एसएसपी ऑफिस 80 किलोवाट, एग्रीकल्चर ऑफिस 20 किलोवाट, लड़कियों का सरकारी स्कूल, बस्ती बावाखेल 120 किलोवाट, लड़कियों का सरकारी स्कूल संतोखपुरा 3 किलोवाट, लड़कियों का सरकारी स्कूल मिट्ठापुर 16 किलोवाट, लड़कियों का सरकारी स्कूल नेहरु गार्डन 62 किलोवाट, पीएपी कैम्पस 1700 किलोवाट। 

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