बंदिशों पर भारी पड़ी आस्था, दस टन दूध हुआ अर्पित

लगातार दूसरे साल कोरोना महामारी का प्रकोप होने के चलते प्रशासन द्वारा लगाई तमाम बंदिशों पर श्री सिद्ध बाबा सोढल के भक्तों की आस्था भारी पड़ी। मेले में तड़के से लेकर देर रात तक भक्तों की आमद बरकरार रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 08:11 AM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:11 AM (IST)
बंदिशों पर भारी पड़ी आस्था, दस टन दूध हुआ अर्पित
बंदिशों पर भारी पड़ी आस्था, दस टन दूध हुआ अर्पित

जागरण संवाददाता, जालंधर : लगातार दूसरे साल कोरोना महामारी का प्रकोप होने के चलते प्रशासन द्वारा लगाई तमाम बंदिशों पर श्री सिद्ध बाबा सोढल के भक्तों की आस्था भारी पड़ी। मेले में तड़के से लेकर देर रात तक भक्तों की आमद बरकरार रही। मंदिर में बने बाबा के दरबार से लेकर मेन रोड तक लाइनें लगाने के लिए लगाए बैरिकेड्स के दायरे में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। चड्ढा व आनंद बिरादरी के लोग खेत्री लेकर मंदिर में धार्मिक रस्में पूरी करने पहुंचे। मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालु बैंड बाजे लेकर भी आए। भक्तों की आस्था का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार को मेले में दिल्ली से लेकर अस्ट्रेलिया तक के श्रद्धालु मंदिर में माथा टेकने के लिए आए। मंदिर कमेटी के अनुसार अभी तक साढ़े तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में नतमस्तक हो चुके है। श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर में बने पवित्र तालाब में दूध अर्पित करने की परंपरा शुरू से रही है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालु प्रसाद के साथ दूध लेकर आते है। इस बार दस टन दूध अर्पित किया गया। बाबा सोढल को दूध अर्पित करने के लिए भक्तों मे भारी उत्साह रहा।

आस्ट्रेलिया से हर साल आते हैं ज्योति

सुदर्शन ज्योति हर साल आस्ट्रेलिया से शहर पहुंचते है। वह मंदिर में लगाए गए मंच पर भक्तों को अलर्ट करने के लिए लगातार अनाउसमेंट भी करते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा सोढल की कृपा से ही वह हर साल मेले के दौरान यहां आते है। मूल रूप से जालंधर के रहने वाले सुदर्शन ज्योति बताते है कि वह जीवन भर मेले वाले दिन सेवा करने के लिए आस्ट्रेलिया से यहां आते रहेंगे। दिल्ली से पहुंचा जत्था, किया सम्मानित

दिल्ली से व्यापारियों का जत्था नतमस्तक होने पहुंचा। जत्थे में शामिल सुंदर गुप्ता, आकाश चौहान, संजय व महेश मखीजा ने कहा कि श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर में मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। यहीं कारण है कि हालात कैसे भी हो वह बाबा के दर्शनों के लिए वह जरूर पहुंचते है। उन्होंने मंदिर में धार्मिक रस्में पूरी की। अपनों से बिछड़े 20 बच्चे, प्रबंधकों ने मिलवाए

भीड़ के बीच इस बार 20 बच्चे अपनों से बिछड़े जिन्हें प्रबंधक कमेटी ने अनाउसमेंट कर अपनों से मिलवाया। वेरका मिल्क प्लांट के नौ साल के बच्चे शिवम, मंजीत लंबा पिड, मनप्रीत होशियारपुर, सोनम संजय गांधी नगर, कौशल्या देवी गढ़ा, नंदू मिट्ठू बस्ती, आशु अली मोहल्ला, सुनील वर्मा जेएमपी रोड, साहिबजोत कलेर जंडूसिघा, संजीव हरगोबिद नगर, रानी मंगू बस्ती, लाडी फिल्लौर, उजाला देवी पंजाबी बाग, कविता देवी कालिया कालोनी, पूजा शिव नगर, हैप्पी लुधियाना गुम हुए। चड्ढा बिरादरी व सोढल मंदिर ट्रस्ट द्वारा लगाए गए मंच पर सौरभ शर्मा, राजू शर्मा, पवन मेहता व अनु सचदेवा व राकेश महाजन ने अनाउसमेंट करके बिछड़े बच्चों को अपनों से मिलवाया। दर्जन भर झपटमार भी पकड़े गए। - मेले की झलकियां

श्रद्धालुओं के इंतजार में मंदिर के अंदर व बाहर डटे रहे ढोली वाले।

सुबह से लेकर देर रात तक लगी रही भक्तों की कतारें।

बच्चों को माथा टिकवाने का रहा भारी क्रेज।

खेत्री अर्पित करने के लिए तड़के से पहुंचे श्रद्धालु।

सेहत विभाग ने कैंप लगाकर मरीजों की जांच की।

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