'राम से बड़ा राम का नाम' का बताया महत्व
कष्ट निवारण श्री बाला मंदिर बाजार शेखां में राम से बड़ा राम का नाम के महत्व के बारे में बताया गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर: कष्ट निवारण श्री बाला मंदिर, बाजार शेखां में जारी श्रीरामचरितमानस पाठ के दौरान 'राम से बड़ा राम का नाम' के महत्व के बारे में बताया गया। इसका आगाज पंडित चैतन्य किशोर महाराज ने गुरु वंदना के साथ किया। इसके बाद भगवान श्रीराम की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान अशोक नगर के अरोड़ा परिवार से रमेश अरोड़ा व नीलम अरोड़ा मुख्य यजमान के रूप में शामिल हुए।
इस दौरान मंदिर कमेटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए रमेश अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के एकमात्र इस मंदिर द्वारा धर्म का प्रचार करने के साथ-साथ मानवता की सेवा को भी अंजाम दिया जा रहा है। यही कारण है कि राज्य भर से बाला जी के भक्त यहां पर नतमस्तक होने पहुंचते है। वहीं, पंडित चैतन्य किशोर महाराज ने कहा कि प्रभु श्रीराम का नाम लेने वाला इंसान भवसागर से पार हो जाता है। इसकी मिसाल पवित्र रामायण में प्रभु श्रीराम का नाम मात्र लेने से ही पत्थर के पानी में तैरने को लेकर अंकित श्लोक से मिलती है। जो इंसान भगवान श्री राम का सच्चे मन से सिमरन करता है, इसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। सभी को प्रभु श्रीराम के बताए गए मार्ग पर चलना चाहिए और उनके आदर्शो को जीवन में अपनाना चाहिए। इस मौके पर शारीरिक दूरी व स्वच्छता नियमों की पालना के लिए मंदिर प्रबंधक कमेटी की तरफ से व्यापक प्रबंध किए गए। इस मौके पर मंदिर कमेटी के प्रधान व संस्थापक रमन अरोड़ा, चेयरमैन राकेश जसूजा, अमित गुंबर, सतपाल गुंबर, नन्नू अरोड़ा, हितेश चड्ढा व सदस्य मौजूद थे।