व्यापारी बोले-या तो संपूर्ण लाकडाउन लगा दें या फिर सख्ती से लागू करवाएं नियम
मिनी लाकडाउन को लेकर शहर के व्यापारियों में संशय के साथ रोष बरकरार है। जिला प्रशासन के आदेशों के बावजूद कई प्रतिष्ठान बिना इजाजत के खोले जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मिनी लाकडाउन को लेकर शहर के व्यापारियों में संशय के साथ रोष बरकरार है। जिला प्रशासन के आदेशों के बावजूद कई प्रतिष्ठान बिना इजाजत के खोले जा रहे हैं। इसके चलते शहर में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इस संबंध में बैठक कर इलेक्ट्रानिक्स मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष बलजीत सिंह आहलूवालिया ने कहा कि या तो सरकार को संपूर्ण लाकडाउन लगा देना चाहिए या फिर निर्धारित किए नियमों को सख्ती से लागू करवाने के लिए व्यापक प्रबंध करने चाहिए। दूसरे व्यापारियों की लापरवाही का नतीजा उनको भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कई जगहों पर गैर जरूरी प्रतिष्ठान खोले जा रहे हैं। वहां अंदरखाते काम भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि उन व्यापारी भाइयों को सब्र करना होगा, जिन्हें फिलहाल जरूरी वस्तुओं का कारोबार न होने के चलते सरकार ने इजाजत नहीं दी। आहलुवालिया ने कहा कि वह व्यापारियों का दर्द समझते ीैं लेकिन यह समय केवल संयम बनाए रखने वाला है। हर वर्ग का सहयोग जरूरी है। इस अवसर पर उनके साथ फगवाड़ा गेट के कारोबारी मौजूद थे। इधर रैनक बाजार शापकीपर एसोसिएशन ने कहा-सख्ती से लागू किए जाएं अभी निर्देश
रैनक बाजार शापकीपर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सोबती ने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन की तरफ से निर्धारित किए गए निर्देशों को सख्ती से लागू करवाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए मिनी लाकडाउन लगाया है, लेकिन मौजूदा हालातों के मुताबिक सरकार का यह प्रयास सार्थक होता नजर नहीं आ रहा। ऐसे में सरकार व प्रशासन को सख्त कदम उठाते हुए निर्धारित नियमों को सख्ती से लागू करवाना चाहिए। अगर यह संभव नहीं तो सभी तरह का कारोबार खोलने की इजाजत दे देनी चाहिए।