जालंधर में भैरों बाजार के साथ चड्ढेयां मोहल्ला में स्थित है शिव मंदिर, दो दशक पहले हुआ था निर्माण
जालंधर के कमर्शियल रोड भैरों बाजार के साथ लगते चड्ढेयां मोहल्ला के बीच स्थित है शिव मंदिर। हालांकि इसके निर्माण को हुए लगभग दो दशक ही हुए हैं लेकिन समय के साथ इस मंदिर के साथ शिव भक्त भावनात्मक रूप से जुड़ गए हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर के कमर्शियल रोड भैरों बाजार के साथ लगते चड्ढेयां मोहल्ला के बीच स्थित है शिव मंदिर। हालांकि इसके निर्माण को हुए लगभग दो दशक ही हुए हैं, लेकिन समय के साथ इस मंदिर के साथ शिव भक्त भावनात्मक रूप से जुड़ गए हैं। यही कारण है कि इस मोहल्ले से शिफ्ट होकर दूसरी कालोनियों में जा चुके लोग आज भी जहां पर धार्मिक रस्में पूरी करने के लिए आते हैं।
मंदिर का इतिहास
मंदिर का इतिहास खासा पुराना नहीं है। करीब दो दशक पहले इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। उस समय चड्ढेयां मोहल्ला घनी आबादी वाला क्षेत्र हुआ करता था। यही कारण था कि उन दिनों मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था। इन दिनों मोहल्ले के लोगों के अलावा व्यापारी भी जहां पर भगवान शिव के समक्ष नतमस्तक होने पहुंचते हैं।
तैयारियां
भले ही मोहल्ले में खासे घर नहीं रहे हैं। बावजूद इसके हर पर्व तथा त्योहार मंदिर में व्यापक स्तर पर मनाया जाता है। बाजार के व्यापारी तथा आसपास के मोहल्ले के लोग जहां पर सावन के महीने में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि पर दिनभर भंडारे का दौर चलता है।
सावन का महीना भगवान शिव की आराधना करने का पर्व है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए सुबह तथा शाम को संकीर्तन करने के लिए महिला संकीर्तन मंडली की सदस्य पहुंचती हैं।
- प्रधान जतिंदर कपूर
समय के साथ मंदिर में विकास कार्य का दौर भी निरंतर जारी रहा। मंदिर में विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इसके अलावा मंदिर का विकास व्यापक स्तर पर जारी है।
- पंडित कमलेश शास्त्री।