जालंधर में श्री हरिदास साहिब के पाठ के बाद हुआ शबद गायन, संगत को गुरु चरणों से जोड़ा
जालंधर में गुरमति समागम का आयोजन गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब सेंट्रल टाउन में हुआ। ज्ञानी गुरजिंदर सिंह और मनजीत सिंह ने गुरु इतिहास के बारे में संगत को बताया। उन्होंने कहा कि गुरु ने कौम की रक्षा के लिए जीवन की कुर्बानी दी थी।
जालंधर, जेएनएन। 40 मुक्तों को समर्पित गुरमति समागम का आयोजन गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब सेंट्रल टाउन में हुआ। इसका आगाज श्री हरिदास साहिब के पाठ के साथ किया गया। इसके बाद श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी भाई का राज सिंह व भाई छनबीर सिंह ने गुरबाणी के उच्चारण के साथ संगत को निहाल किया।
ज्ञानी गुरजिंदर सिंह और मनजीत सिंह ने गुरु इतिहास के बारे में संगत को बताया। उन्होंने कहा कि गुरु ने कौम की रक्षा के लिए जीवन की कुर्बानी दी थी। युवाओं को गुरु इतिहास से प्रेरित होकर धर्म की पालना करनी चाहिए। मंच संचालन करते हुए महासचिव परविंदर सिंह जी ने कहा कि नई पीढ़ी को धर्म और आध्यात्मिकता का ज्ञान देकर उनका मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। प्रबंधक कमेटी द्वारा की जा रही सामाजिक तथा धार्मिक गतिविधियों के बारे में भी विस्तार के साथ जानकारी दी। प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष चरणजीत सिंह डीसी टायर ने संगत का आभार प्रकट करते हुए सभी को माघ मास की बधाई दी। प्रबंधक कमेटी की तरफ से रागी जत्थे तथा अतिथियों को सम्मानित किया गया। उसके उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित किया। इस अवसर पर चेयरमैन गुरचरण सिंह बागां वाले, कैशियर जितेंद्र सिंह खालसा, बलजीत सिंह सेठी, राजिंदर सिंह बेदी, गुरमिंदर सिंह गोमा, बलबीर सिंह, सरबजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, बलविंदर सिंह सहगल, बलदेव सिंह, कुलदीप सिंह, रविंद्र सिंह रीहल, अजीत सिंह खुराना व सुखदेव सिंह सहगल मौजूद थे।