इकरारनामा किसी से, रजिस्ट्री दूसरे के नाम; जमीन बिक्री के नाम पर सात लाख ठगे

नकोदर के उधोवाल के रहने वाले गुरदयाल सिंह से जमीन का सौदा किया था। बयाने की रकम के तौर पर गुरदयाल ने उससे सात लाख रुपये लिए थे। इसके बावजूद उसने जमीन की रजिस्ट्री सोहल जगीर की रहने वाली महिंदर कौर के नाम पर करवा दी।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 01:02 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:02 PM (IST)
इकरारनामा किसी से, रजिस्ट्री दूसरे के नाम; जमीन बिक्री के नाम पर सात लाख ठगे
पुलिस ने जमीन मालिक के खिलाफ साजिशन धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कर लिया है। (File Photo)

जालंधर, जेएनएन। जमीन बिक्री के लिए इकरारनामा कर सात लाख ले लिए और फिर चुपके से किसी महिला के नाम पर उसकी रजिस्ट्री करवा दी। इसकी पोल खुली तो इकरारनामा करने वाले ने एसएसपी को शिकायत दे दी। जांच के बाद पुलिस ने जमीन मालिक के खिलाफ साजिशन धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कर लिया है।

शाहकोट के गांव नौरंगपुर के रमनदीप सिंह ने एसएसपी को दी शिकायत में बताया था कि उसने नकोदर के उधोवाल के रहने वाले गुरदयाल सिंह से जमीन का सौदा किया था। अकबरपुर खुर्द में यह जमीन करीब चार कनाल दस मरले थी। जिसका इकरारनामा 19 जून 2017 को हुआ और छह फरवरी 2019 को इसकी रजिस्ट्री तय हुई थी। बयाने की रकम के तौर पर गुरदयाल ने उससे सात लाख रुपये लिए थे। इसके बावजूद उसने रजिस्ट्री नहीं करवाई। यही नहीं, उक्त जमीन की रजिस्ट्री सोहल जगीर की रहने वाली महिंदर कौर के नाम पर करवा दी। शिकायतकर्ता ने जमीन बेचने वाले आरोपित के साथ उसे खरीदने वाले पक्ष के खिलाफ भी आरोप लगाए थे।

देहात पुलिस के एसएसपी के आदेश पर इसकी जांच करने वाले आर्थिक अपराध शाखा के एएसआइ सतीश कुमार ने बताया कि गुरदयाल सिंह ने पहले हुए इकरारनामे के बारे में बताए बगैर ही आगे महिंदर कौर को यह जमीन बेच रजिस्ट्री करवा दी। महिंदर कौर की अब मौत हो चुकी है। इसलिए उनके पक्ष का इसमें कोई कसूर नहीं है। हालांकि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि गुरदयाल सिंह ने धोखा देने की नीयत से ही जमीन का बयान कर पैसे ले लिए और फिर रजिस्ट्री नहीं करवाई। उन्होंने कार्रवाई की सिफारिश कर दी।

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