जालंधर में टीकाकरण का अगला चरण शुरू, जानें CoWIN App पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
Jalandhar Corona Vaccination कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए देश के साथ-साथ सोमवार से जालंधर में भी तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत होगी। टीकाकरण के लिए Co-WIn App पर पंजीकरण अनिवार्य होगा। आइए जानते हैं इसकी प्रक्रिया।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए देश के साथ-साथ सोमवार से जालंधर में भी तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत होगी। को-विन एक डिजिटल प्लेटफार्म है, जिसके जरिये कोविड टीकाकरण प्रक्रिया की निगरानी की जाती है। इसी की मदद से स्वास्थ्य कर्मियों व अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले लोगों का टीकाकरण किया गया है। आइए जानते हैं इस पर आप कैसे रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन
कोई भी व्यक्ति को-विन 2.0 पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। एक मोबाइल नंबर से चार लोगों के रजिस्ट्रेशन हो सकते हैं, लेकिन सबका फोटो पहचान पत्र नंबर अलग होगा। आधार कार्ड/पत्र, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर स्मार्ट कार्ड या फोटो वाले पेंशन कार्ड से पंजीयन संभव है।
ऐसे होगी बुकिंग
को-विन पोर्टल पर खुद से बुकिंग कर सकते हैं। वहीं से राज्य द्वारा अधिकृत टीकाकरण केंद्र के लिए तिथि व समय की जानकारी मिल जाएगी। उस तिथि और समय पर केंद्र पर जाकर आपको टीका लगवा लेना है। आवंटित तिथि से एक दिन पहले तक इसमें बदलाव भी किया जा सकता है।
सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन मुफ्त
सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन मुफ्त में दी जाएगी, जबकि निजी केंद्रों पर भुगतान करना होगा। केंद्र सरकार ने निजी टीकाकरण केंद्रों के लिए प्रति खुराक 250 रुपये फीस तय की है। इसमें 150 रुपये कीमत होगी व 100 रुपये सर्विस चार्ज के तौर पर लिए जाएंगे।
टीकाकरण केंद्र का विकल्प
को-विन के नए वर्जन में जीपीएस की सुविधा होगी। लाभार्थी इसके जरिये सरकारी और निजी टीकाकरण केंद्र का चयन कर सकते हैं।
केंद्र पर पंजीयन
जिस केंद्र पर टीकाकरण किया जा रहा होगा, वहां जाकर भी लोग अपना पंजीयन करवा सकते हैं। वहां लोगों की मदद के लिए स्वयंसेवक उपलब्ध होंगे।
इन गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग करा सकेंगे पंजीयन
लेफ्ट वेंटिकुलर सिस्टोलिक डाइसफंक्शन (एलवीईएफ 40 फीसद से कम)। मध्यम या गंभीर दिल की बीमारी जन्मजात दिल की बीमारी दिल की धमनी के साथ-साथ तनाव या मधुमेह। एंजाइना और हाइपरटेंशन या डायबिटीज। पक्षाघात, हाइपरटेंशन या डायबिटीज के उपचार से जुड़े सीटी स्कैन या एमआरआइ दस्तावेज पल्मोनरी आर्टलरी हाइपरटेंशन या डायबिटीज का इलाज चल रहा हो किडनी या लीवर आदि का प्रत्यारोपण: हो चुका हो या होना हो किडनी की अत्यंत गंभीर स्थिति डायबिटीज (10 साल से ज्याद)/हाइपरटेंशन डिकॉम्पंसेटेड सिरोसिस की बीमारी हो कोर्टिकोस्टेरॉयड्स या इम्युनिटी कम करने वाली दवा ले रहे हों पिछले दो साल में सांस की गंभीर बीमारी के कारण भर्ती हुए हों लिंफोमा, ल्यूकेमिया या मायलोमा की बीमारी से ग्रसित हों एक जुलाई, 2020 या उसके बाद जांच में कैंसर का पता चला हो या कैंसर की थेरेपी ली हो सिकल सेल बीमारी या बोन मैरो फेल्योर या एप्लास्टिक एनीमिया या थैलेसेमिया। प्राइमरी इम्युनोडिफिशिएंसी डिजीज या एचआइवी इंफेक्शन इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज या मस्कुलर डिस्ट्रॉफी या एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना/अंधापन/बहरापन
किसी भी राज्य में टीकाकरण
यह जरूरी नहीं है कि लाभार्थी अपने ही राज्य में कोविड-19 के टीके लगवाए। वह किसी भी राज्य में टीका लगवा सकता है।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने का देना होगा प्रमाण
45 वर्ष से ज्यादा उम्र के सहरुग्णता (गंभीर बीमारियों से पीड़ित)वाले लोगों को बीमारियों के संबंध में चिकित्सा प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा। सिर्फ पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र ही स्वीकार होंगे।