School Open in Jalandhar : जालंधर में सभी कक्षाओं के लिए खुले स्कूल, शिक्षकों ने बच्चों का स्वागत किया

जिला शिक्षा अधिकारियों से लेकर शिक्षक भी फिलहाल बच्चों के आने की कम ही संख्या को मान रहे हैं क्योंकि अब अभी संक्रमण का डर कुछ ज्यादा है। इस स्थिति को भांपते हुए फिलहाल कक्षाओं में सीटिंग अरेंजमेंट तो कर दिया गया है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 08:45 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:10 AM (IST)
School Open in Jalandhar : जालंधर में सभी कक्षाओं के लिए खुले स्कूल, शिक्षकों ने बच्चों का स्वागत किया
जालंधर में सभी कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। राज्य भर के सभी सरकारी, प्राइवेट, सीबीएसई और आईसीएसई स्कूल आज से अपनी सभी क्लासों के साथ गए हैं। कक्षाएं सुबह 9 से 12 बजे तक ही लगेंगी। क्योंकि इस दौरान विद्यार्थियों के लिए लंच टाइम ब्रेक नहीं होगी और विद्यार्थी स्कूल टाइम खत्म होते ही सीधा सुरक्षित माहौल में घर को वापस जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारियों से लेकर शिक्षक भी फिलहाल बच्चों के आने की कम ही संख्या को मान रहे हैं क्योंकि अब अभी संक्रमण का डर कुछ ज्यादा है। इस स्थिति को भांपते हुए फिलहाल कक्षाओं में सीटिंग अरेंजमेंट तो कर दिया गया है और जैसे-जैसे आने वाले दिनों में विद्यार्थियों की स्ट्रेंथ बढ़ेगी उसी हिसाब से प्रबंध भी बदलते रहेंगे। जो विद्यार्थी स्कूलों में आएंगे उनके लिए मिड डे मील का भी प्रबंध किया जाएगा क्योंकि सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार मिड-डे-मील केवल उन्हीं विद्यार्थियों को खिलाया जा सकता है जो स्कूल खुलने पर आते हैं और उसी हिसाब से विद्यार्थियों का डाटा भी भेजना होता है।

 

यूं तो अधिकतर सरकारी स्कूल ही खोल रहे हैं, मगर सेंट सोल्जर ग्रुप ने अपने सभी जिले के 12 के 12 स्कूलों को भी खोला है और कंसेंट के साथ अब बच्चे भेजने की अपील की है। जबकि बाकी शहर के तमाम स्कूल अभी नहीं खोल रहे हैं उनमें केवल दसवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी ही आएंगे। माना जा रहा है कि 1 सप्ताह कक्षाएं लगाने के बाद दसवीं से छोटी क्लास से बुलाने की प्लानिंग उनकी तरफ से की जाएगी। बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से स्कूलों को दोबारा बंद कर दिया गया था तब भी सरकारी स्कूल तो सभी खुल गए थे मगर प्राइवेट के अधिकतर स्कूल दसवीं से बारहवीं तक के ही खुले थे। और तब बहुत ही कम गिने-चुने स्कूल थे जिन्होंने छठी कक्षा से विद्यार्थियों को बुलाना शुरू किया था

इन बातों का रखें ध्यान

-अभिभावक बच्चों को संक्रमण से बचने के लिए जागरूक करके स्कूल भेजें

-बच्चों को घर में ही मास्क अधिक से अधिक समय तक पहन कर रखने की आदतें डालें

-शेयरिंग यूं तो अच्छी बात है मगर हाल के दिनों में शेयरिंग से परहेज करने के लिए भी बच्चों को जागरूक करें

-बच्चे अपनी पानी की बोतल साथ लेकर जाएं

- किसी भी वस्तु को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से सैनिटाइज करने की आदत डालें

-हाथों को बार-बार धुलवाएं

-खांसते या छींकते समय रुमाल का प्रयोग करें

- शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखें

स्कूल प्रबंधक इन बातों का रखें ध्यान

-बच्चों को बार-बार मास्क पहने रखने के लिए और हाथों को सैनिटाइज करवाते रहें

-पहले दिन बच्चों की स्थिति को भागते हुए ओरल एक्टिविटी  में उन्हें शामिल करें

-स्कूल के मुख्य स्थानों पर सैनिटाइजर का प्रबंध अवश्य करें

-वॉशरूम या पानी के स्थानों पर पैर से इस्तेमाल होने वाली मशीनों का प्रयोग करें

-एक कक्षा में में कम से कम 20 विद्यार्थियों को ही बताएं

-एक बेंच पर एक ही विद्यार्थी बैठे इसका भी ध्यान रखें

-स्कूल की एंट्री और एग्जिट गेट के लिए अलग-अलग गेट या डायरेक्शन बनाए रखें

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