नेशनल अचीवमेंट सर्वे में न रहे कमी, विद्यार्थियों की बारीकी से सितंबर टेस्ट की कापियां चेक कर रहे अध्यापक

नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा में बेहतर स्कोर करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ-साथ स्कूल प्रिंसिपलों की तरफ से कमर कस ली है। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का भी ध्यान इसी तरफ फोकस है जिसे लेकर उन्होंने वीरवार के शिक्षकों से मीटिंग भी की।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 02:53 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 03:01 PM (IST)
नेशनल अचीवमेंट सर्वे में न रहे कमी, विद्यार्थियों की बारीकी से सितंबर टेस्ट की कापियां चेक कर रहे अध्यापक
नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं।

जालंधर [अंकित शर्मा]। नेशनल अचीवमेंट सर्वे की परीक्षा में बेहतर स्कोर करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ-साथ स्कूल प्रिंसिपलों की तरफ से कमर कस ली है। क्योंकि एनएएस को लेकर शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का भी ध्यान इसी तरफ फोकस है, जिसे लेकर उन्होंने वीरवार के शिक्षकों से मीटिंग भी की और बेहतर नतीजे लाने के लिए प्रयास करते रहने के लिए आदेश दिए। शिक्षा सचिव के फोकस एरिया में कोई कमी न रहे इसलिए शिक्षकों की तरफ से अभी से विद्यार्थियों की परफार्मेंस पर ध्यान देना केंद्रित कर दिया है। स्कूलों में सितंबर टेस्ट चल रहे हैं और शिक्षक विद्यार्थियों की परफार्मेंस पर अच्छे से नजरे गड़ाए हुए हैं, ताकि जहां विद्यार्थियों की कमियां दिखे उन्हें वहीं दूर किया जा सके।

बता दें कि सितंबर टेस्ट की परीक्षा में विद्यार्थियों की बेहतर तैयारी हो और उनके बेहतर नतीजे आएं इसके लिए शिक्षकों की तरफ से अच्छे से रिवीजन भी करवाई गई थी। एनएएस की परीक्षा में विद्यार्थियों से किसी प्रकार से मिस्टेक न हो इसके लिए सितंबर टेस्ट की फार्मेशन भी एनएएस की तरह ही रखी गई थी। जिससे 12 नवंबर को होने वाली परीक्षा में विद्यार्थी किसी प्रकार से भी कोई क्लैरिकल मिस्टक न करें, जिससे उनकी परफार्मेंस पर असर पड़े। यही कारण है कि शिक्षक प्रत्येक एक-एक विद्यार्थी की टेस्ट की उत्तर पुस्तिका अच्छे से चेक कर रहे हैं। जिससे उनकी कमियों और बेहतरी की रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं।

यह टेस्ट पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों का होना है, जिसमें पहली बार सरकारी के साथ-साथ एडिड, सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालयों को शामिल किया गया है। यह परीक्षा सीबीएसई की तरफ से ही कंडक्ट करवाई जानी है, जिसे लेकर कोआर्डिनेटर और कंट्रोलर्स की नियुक्तियां की जा रही हैं। ताकि परीक्षाओं की गरिमा भी बनी रहे और सिस्टम में किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी पैदा न हो।

chat bot
आपका साथी