Sawan 2021: पूर्णिमा से व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए पहला सोमवार कल, खान-पान में बरते ये सावधानियां
Sawan Somvar Vrat व्रत रखने से पहले पूजा अर्चना करने की विधि और व्रत संपन्न होने पर अध्यापन करने के बारे में भी अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करनी जरूरी है। फलाहार व्रत रखने वाले भक्तों को सीजन के फलों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर। सावन (Sawan 2021) की पूर्णिमा से सोमवार व्रत (Sawan Somvar Vrat) रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए पहला सोमवार 26 जुलाई को होगा। भगवान शिव को अति प्रिय सावन महीने में आने वाले सोमवार के दिन व्रत रखने से दोहरा फल प्राप्त होता है। बताया जाता है कि सावन महीने में आने वाले सोमवार के दिन व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को 16 व्रत रखने के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इसी कारण ज्ञानी शिव भक्त सावन के महीने में आने वाले सभी सोमवार को श्रद्धापूर्वक व्रत रखते हैं। इस बार सावन महीने में चार सोमवार आ रहे हैं। जिसमें श्रद्धालु व्रत रखकर विधिवत पूजा करेंगे।
16 जुलाई को सावन की संक्रांति तथा 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के बीच आने वाले सोमवार पर शिवभक्त विधिवत पूजा अर्चना करने के साथ-साथ व्रत पूजा भी करते हैं। सावन की संक्रांति से आने वाले सोमवार को व्रत रखने वालों के लिए इस बार 5 तथा पूर्णिमा से व्रत रखने वाले शिव भक्तों के लिए इस बार चार सोमवार आएंगे।
श्री गोपीनाथ मंदिर सर्कुलर रोड के पुजारी पंडित दीनदयाल शास्त्री बताते हैं कि व्रत रखने से पहले पूजा अर्चना करने की विधि और व्रत संपन्न होने पर अध्यापन करने के बारे में भी अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि फलाहार व्रत रखने वाले भक्तों को सीजन के फलों को प्राथमिकता देनी चाहिए। जबकि दिन भर में एक बार खाना खाने वाले श्रद्धालुओं को सेहत के मुताबिक खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए। इस बार पहला सोमवार 26 जुलाई, दूसरा सोमवार 2 अगस्त, तीसरा सोमवार 9 अगस्त तथा चौथा सोमवार 16 अगस्त को पड़ेगा।
इसलिए भगवान शिव को प्रिय है सावन
पंडित प्रमोद शास्त्री बताते हैं कि पौराणिक कथा के मुताबिक इस माह में भगवान शिव की कृपा बरसती है। आस्था के मुताबिक देवी सती ने जब अपने पिता दक्ष के घर योग शक्ति से शरीर का त्याग किया था तो हर जन्म में पति के रूप में महादेव को पाने का प्रण लिया था। दूसरे जन्म में देवी सती ने हिमालय राज के घर जन्म लेने के बाद भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए श्रावण महीने में निराहार कठोर व्रत किया था। इसके बाद उन्होंने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया। तब से लेकर भगवान शिव को यह माह अति प्रिय है।
व्रत में इन बातों का रखें ध्यान
गर्मी तथा उमस के बीच व्रत रखना आसान नहीं होता। खासकर कम तापमान के बीच कामकाज करने के साथ व्रत को पूरा करना कठिन होता है। ऐसे में व्रत रखने वालों को खास एहतियात बरतनी चाहिए। इस बारे में डॉ रमेश कंबोज बताते हैं कि व्रत रखने के दौरान हेल्दी फूड का सेवन करना चाहिए।
व्रत के दौरान क्या खाएं और पीयें, परहेज व्रत के दौरान डाइट में सूखे मेवे शामिल करें। जिससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। पानी की कमी से बचने के लिए नींबू पानी, नारियल पानी तथा जूस का सेवन करें। सोमवार का व्रत रखने के दौरान मौसमी फलों का सेवन करें। खासकर अनार, मौसमी तथा संतरा सहित रसदार फलों का सेवन करना लाभकारी होगा। व्रत के दौरान अधिक समय तक खाली पेट रहने से गैस की संभावना बन जाती है। ऐसे में आलू बुखारा बेहतर फल है। पेट में गैस से बचने के लिए तली भुनी चीजों से परहेज करें।
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