धीयां दी लोहड़ी मना दिया बेटी बचाओ बेची पढ़ाओ का संदेश

बेटियां जहाज उड़ाने से लेकर सीमा पर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना में सबसे आगे होकर लड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 06:19 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 06:19 PM (IST)
धीयां दी लोहड़ी मना दिया बेटी बचाओ बेची पढ़ाओ का संदेश
धीयां दी लोहड़ी मना दिया बेटी बचाओ बेची पढ़ाओ का संदेश

जागरण संवाददाता, जालंधर: वर्तमान समय में बेटियां जहाज उड़ाने से लेकर सीमा पर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना में सबसे आगे होकर लड़ रही है। लड़कों के साथ हर जगह कंधे से कंधा मिलाकर देश के विकास में अपना योगदान दे रही हैं। उक्त बातें वीरवार को आइएमए के राष्ट्रीय उपप्रधान डा. नवजोत सिंह दहिया ने नोवा आइवीआइ परिसर में आयोजित धीया दी लोहड़ी के आयोजन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि बेटियों को बचाने व उन्हें पढ़ाने से भविष्य में कोख में मर रही बेटियों को सुरक्षित करना संभव होगा। समारोह में सेंटर की क्लीनिकल डायरेक्टर डा. जैसमीन कौर दहिया ने कहा कि सेंटर धीयां को समर्पित 20वीं लोहड़ी मना रहा है। उन्होंने कहा कि बेटियां अपने पिता के सिर का ताज होती हैं, बेटों से ज्यादा प्यार पाती हैं। टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक से संतान सुख देना संभव है। करीब 35 हजार महिलाएं इस तकनीक से संतान सुख हासिल कर चुकी हैं। समारोह के दौरान सेंटर के स्टाफ की ओर से रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में टेस्ट ट्यूब तकनीक से जन्मी बेटियों के अभिभावकों ने ढोल की थाप पर गिद्दा व भंगड़ा डालकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया है। अंत में केक काट और पारंपारिक तरीके से आग जलाकर लोहड़ी मनाई गई। इस मौके पर आइएमए के पूर्व प्रधान डा. पंकज पाल, डा. अश्मीत सिंह, डा. राजीव सूद, डा. धीरज भाटिया, डा. अमरजीत सिंह, डा. सोनवंत कौर, प्रभलीन कौर के अलावा जिले के विभिन्न हिस्सों से बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद थे।

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