साइकिल चलाएं, सेहत के साथ पर्यावरण भी बचाएं
साइकिल चलाकर आप अपनी सेहत के साथ-साथ पर्यावरण की भी रखवाली कर सकते हैं।
प्रियंका सिंह, जालंधर
साइकिल चलाकर आप अपनी सेहत के साथ-साथ पर्यावरण की भी रखवाली कर सकते हैं। शारीरिक फिटनेस के लिए साइकिलिग से बेहतर दूसरी कोई एक्सरसाइज नहीं है। यही वजह है कि बीते कुछ सालों से शहर के सैकड़ों लोग खुद को फिट रखने व पर्यावरण को बचाने के लिए साइकिलिग का सहारा ले रहे हैं। दस मील प्रति घंटे की रफ्तार से साइकिल चलाकर हम 260 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। शहर में पांच सालों में बने आठ साइकिलिग ग्रुप इस बात की गवाही देते हैं कि साइकिल एक बार फिर से लोगों की जिदगी का हिस्सा बन रही है।
जालंधर में साइकिलिंग ग्रुप
जालंधर में साइकिलिग के करीब आठ ग्रुप बने हुए हैं। इन ग्रुप के सदस्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और खुद को सेहतमंद रखने के लिए साइकिलिग करके जागरूक करते हैं। इनमें गो साइकिलिंग गो ग्रीन, जेबीसी ग्रुप, जालंधर बाइकिग ग्रुप, हॉक ग्रुप आदि मुख्य हैं। ये सभी ग्रुप लोगों को शहर को साफ रखने व सेहत के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
साइकिलिंग है बेस्ट एक्सरसाइज : डॉ अनिरुद्ध कपूर
गो साइकिलिग गो ग्रीन ग्रुप के डॉ. अनिरुद्ध कपूर बताते हैं कि उनका ग्रुप पिछले पांच साल से साइकिंिलंग कर रहा है। मेरे दिमाग मैं साइकिलिंग का ख्याल तब आया जब मैंने देखा कि रिक्शावाले अपने काम के जरिए ही कितना फिट रहते हैं। बचपन में भी साइकिल से बेस्ट एक्सरसाइज हो जाती थी। उसके बाद हमने ग्रुप बनाया और साइकिलिंग शुरू कर दी।
शहर में साइकिलिंग ट्रैक की दरकार
दिन-प्रतिदिन लोग साइकलिग के प्रति जागरूक हो रहे हैं। उसे देखते हुए शहर में साइकिलिंग ट्रैक का निर्माण होना चाहिए। उसके बाद और लोग भी इसके प्रति जागरूक होंगे। हालांकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इसे शामिल किया गया है, लेकिन पिछले छह सालों में इस पर कोई काम नहीं हुआ है।
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साइकिलिग के फायदे
- साइकिलिग एक एक्सरसाइज के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ रखने में सहायक है।
- 30 मिनट साइकिल चलाने से पूरे शरीर के मांसपेशियां दिनभर सक्रिय रहती हैं।
- साइकिलिग तनाव को दूर करती है।
- कैलोरी बर्न करके वजन कम करने में सहायक है।
- जांघों की मांसपेशियों के लिए बेस्ट एक्सरसाइज है।