संगरूर में कर्ज से परेशान किसान ने की आत्महत्या, प्रदर्शनकारी बोले- 10 लाख मुआवजा मिलने पर होगा संस्कार
संगरूर के गांव रोगला के नौजवान किसान प्रभजोत सिंह उर्फ बसंत पुत्र भगवंत सिंह ने जहरीली चीज निगलकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है। मृतक प्रभजोत सिंह की उम्र 24 वर्ष है इसका डेढ़ वर्ष का बच्चा भी है।
जागरण टीम, दिड़बा/संगरूर। नजदीकी गांव रोगला के नौजवान किसान प्रभजोत सिंह ने कर्ज से परेशान होकर जहरीली चीज निगलकर आत्महत्या कर ली। वहीं, दिल्ली आंदोलन गए नौजवान किसान वीरेंद्र सिंह की हृदयघात से जान चली गई। उसके शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। वहीं भाकियू उगराहां ने एलान किया कि जब तक किसान के परिवार को दस लाख मुआवजा व एक परिजन को नौकरी नहीं मिलेगी, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
प्रभजोत के परिवार में डेढ़ वर्ष का मासूम बच्चा
प्रभजोत सिंह उर्फ बसंत पुत्र भगवंत सिंह की उम्र 24 वर्ष थी। उसका डेढ़ वर्ष का बच्चा भी है। उस पर 8 लाख के करीब सरकारी व गैर सरकारी कर्ज था। इस कारण पिछले कुछ समय से परेशान रहता था। इसी दुख में उसने जहरीली चीज खा ली। गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए पटियाला अस्पताल दाखिल करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक प्रधान दर्शन सिंह ने सरकार से प्रभजोत के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद देने व कर्ज माफ करने की मांग की।
मुआवजा मिलने पर ही करेंगे अंतिम संस्कार
दिल्ली में हृदयघात से जान गंवाने वाले किसान वीरेंद्र।
उधर, संगरूर के नजदीकी गांव उभावाल के नौजवान किसान वीरेंद्र सिंह पुत्र दरबारा सिंह की दिल्ली के टीकरी बार्डर पर हृदयघात से मौत हो गई। वीरेंद्र कुछ दिन पहले ही दिल्ली आंदोलन में भाग लेने गांव के किसानों के साथ मिलकर दिल्ली गया था। रविवार को दिल्ली धरने के दौरान उसकी मौत हो गई। साथी किसान उसका शव लेकर संगरूर पहुंचे और उसे सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया। भाकियू उगराहां ने एलान किया कि जब तक मृतक किसान के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व सारा कर्ज माफ नहीं किया जाएगा, तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
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