चन्नी विदेश पार्टी करते रहे, यहां पार्टी के पांव नहीं जम रहे

शिरोमणि अकाली दल के जालंधर में रणनीतिकार रहे गुरचरण ¨सह चन्नी के सायलेंट होने का नुकसान पार्टी को उठाना पड़ रहा है।

By Edited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 09:54 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 09:55 PM (IST)
चन्नी विदेश पार्टी करते रहे, यहां पार्टी के पांव नहीं जम रहे
चन्नी विदेश पार्टी करते रहे, यहां पार्टी के पांव नहीं जम रहे
जागरण संवाददाता, जालंधर शिरोमणि अकाली दल के जालंधर में रणनीतिकार रहे गुरचरण ¨सह चन्नी के सायलेंट होने का नुकसान पार्टी को उठाना पड़ रहा है। अमेरिका और कनाडा में दोस्तों के साथ चन्नी पार्टी कर के इसी हफ्ते वापस लौटे हैं। वापस आने के बाद भी उन्होंने पार्टी के प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार से अभी तक दूरी बनाए रखी है। एक समय था जब अकाली दल के हर चुनाव का जिम्मा चन्नी के पास ही होता था। उनकी मैनेजमेंट भी जबरदस्त रही है। चुनाव के लिए आफिस, प्रचार मटीरियल, मीडिया मैनेजमेंट, वर्करों की ड्यूटी सब वहीं से तय होता था, लेकिन इस बार हालात कुछ ऐसे हैं कि जालंधर सीट से लोकसभा चुनाव में सीनियर नेता चरणजीत ¨सह अटवाल चुनाव लड़ रहे हैं। उनके चुनाव की कमान अभी तक किसी ने नहीं संभाली है। इस कारण अटवाल का प्रचार अभियान अभी तक जम नहीं पाया है। जिला प्ला¨नग बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर उनके खाते में कोई बड़ा काम रहा है लेकिन उनकी प्ला¨नग पार्टी के लिए हमेशा काम की रही है। उनके करीबी रिश्तेदार चरणजीव ¨सह लाली के पास अकाली सरकार रहते डायरेक्टरशिप थी और मीडिया के जिम्मेवारी भी कई साल लाली संभालते रहे। लाली भी अब कनाडा में सेटल हो रहे हैं। चन्नी के एक और करीबी ¨प्रस सन्नन भी कनाडा में सेटल हो गए हैं। ------------- चन्नी की नाराजगी के पीछे भी मक्कड़ चन्नी का मक्कड़ ग्रुप से 36 का आकंडा रहा है। करीब 15 साल तक जालंधर यूनिट पर चन्नी ग्रुप का ही कब्जा रहा। चन्नी भी जालंधर कैंट से टिकट चाहते थे और मक्कड़ को टिकट देने का विरोध था। मक्कड़ के साथ उनका भी जमीनी विवाद रहा है। विधानसभा चुनाव 2017 से पहले ही टिकट और अन्य कारणों से पार्टी से मतभेद बढ़ते गए और चन्नी सक्रिय राजनीति से दूर हैं। पार्टी भी उनकी सेवाएं नहीं ले रही। उनके कई करीबी साथी अब विदेश में सेटल हो गए हैं और कई जालंधर में होने के बावजूद पार्टी से दूरी बनाए हैं। --------------------------------- दो दिन पहले ही विदेश से लौटा हूं : चन्नी अकाली दल की राजनीतिक मामलों की कमेटी के पूर्व सदस्य गुरचरण ¨सह चन्नी ने कहा कि दो दिन पहले ही विदेश से वापस लौटा हूं। राजनीतिक रूप से सक्रिय होने के लिए दो-तीन दिन में फैसला लूंगा। पार्टी से जो भी नाराजगी होगी पार्टी के सामने ही रखूंगा। ----------- चन्नी का मामला हाईकमान के सामने उठाया है : वडाला जिला अकाली जत्था रूरल के प्रधान गुरप्रताप ¨सह वडाला ने कहा कि गुरचरण ¨सह चन्नी की नाराजगी का बादल साब के सामने उठाया था। चन्नी ने पार्टी के लिए काफी काम किया है और चुनावों में उनका योगदान जबरदस्त रहा है। उनके साथ बात करके नाराजगी दूर होनी चाहिए।
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