SAD-BSP Alliance : शिअद की कूटनीति, जालंधर में कमजोर पकड़ वाली सीटें बसपा को दी

जालंधर की सभी नौ विधानसभा सीटों पर नए सिरे से कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी को भी समीकरण बनाने होंगे। गठबंधन की कूटनीति में कमजोर पकड़ वाली करतारपुर जालंधर वेस्ट व जालंधर नार्थ विधानसभा हलकों की सीटें अकाली दल ने बसपा के खाते में डाल दी हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:13 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:13 AM (IST)
SAD-BSP Alliance : शिअद की कूटनीति, जालंधर में कमजोर पकड़ वाली सीटें बसपा को दी
शिरोमणि अकाली दल व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन ने विधानसभा चुनाव को लेकर सारे सियासी समीकरण बदल डाले हैं।

जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। शिरोमणि अकाली दल व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जालंधर के सारे सियासी समीकरण बदल डाले हैं। अब जालंधर की सभी नौ विधानसभा सीटों पर नए सिरे से कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी को भी समीकरण बनाने होंगे। गठबंधन की कूटनीति में कमजोर पकड़ वाली करतारपुर, जालंधर वेस्ट व जालंधर नार्थ विधानसभा हलकों की सीटें अकाली दल ने बसपा के खाते में डाल दी हैं। इनमें से जालंधर नार्थ व जालंधर वेस्ट भाजपा की सीटें हुआ करती थीं। आदमपुर, फिल्लौर व नकोदर की सीटों पर पहले ही अकाली दल के विधायक काबिज हैं, इसलिए अकाली दल ने इन तीनों सीटों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है। नए बने समीकरण ने आगामी सियासत की धुंधली तस्वीर भी कुछ स्पष्ट कर दी है।

भाजपा के साथ अकाली दल का गठबंधन टूटने के बाद अकाली दल को दलित लैंड में अपना जनाधार मजबूत करने के लिए दलित वोट बैंक वाली पार्टी की तलाश थी। इससे पहले भी अकाली दल व भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ते थे तो बसपा के साथ अंदरखाते अकाली दल का गठबंधन होता था। 25 साल बाद दोनों दलों का आधिकारिक गठबंधन हो गया है। हालांकि बसपा अभी तक करतारपुर, जालंधर वेस्ट व जालंधर नार्थ में अपने जनाधार को लेकर स्पष्ट नहीं है कि किस-किस सीट पर बसपा के कितने वोट हैं।

बीते चुनाव में करतारपुर से बसपा के उम्मीदवार बलविंदर को 5208 वोट हासिल हुए थे, जबकि कांग्रेस के सुरिंदर चौधरी को जीत मिली थी। अकाली दल दूसरे नंबर पर रहा था। वेस्ट हलके में और बुरी हालत थी। यहां पर कांग्रेस के सुशील रिंकू जीते थे, जबकि भाजपा के मोहिंदर भगत दूसरे नंबर पर रहे थे। इस सीट से बसपा के उम्मीदवार परमजीत मल को केवल 1009 वोट हासिल हुए थे। रविदास बिरादरी के बाहुल्य वोट बैंक वाली इस सीट पर कांग्रेस व भाजपा के बीच ही टक्कर होती रही है।

नार्थ सीट से भी बसपा का बीते चुनाव में कुछ ऐसा ही प्रदर्शन रहा था। कांग्रेस के अवतार हैनरी जूनियर ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा के केडी भंडारी को 37404 वोट मिले थे। बसपा के उम्मीदवार हरद्वारी लाल को 1506 वोट हासिल हुए थे। इसके मद्देनजर अकाली-बसपा के नए गठबंधन के बाद बसपा के उम्मीदवारों के प्रदर्शन पर सभी की नजरें रहेंगी। फिलहाल बसपा के चेहरे के रूप में उभरे बलविंदर को करतारपुर से चुनावी मैदान की कमान सौंपी जा सकती है। वेस्ट व नार्थ में बसपा किसे उम्मीदवार बनाएगी, इस बारे में अभी तस्वीर स्पष्ट नहीं है।

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