सीएम चन्नी का आवास घेरने जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज, पत्थरबाजी करने पर पुलिस ने सिखाया सबक

जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के सैकड़ों सदस्यों ने मंगलवार को मोरिंडा में रोष मार्च निकाला। उन्होंने सीएम की रिहायश की तरफ बढ़ने का प्रयास किया। इसी बीच किसी ने पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते जमकर ईंट पत्थर चलने लगे। पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 07:38 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 07:38 PM (IST)
सीएम चन्नी का आवास घेरने जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज, पत्थरबाजी करने पर पुलिस ने सिखाया सबक
मोरिंडा में पत्थरबाजी से बचते हुए प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग करती हुई पुलिस।

जांस, मोरिंडा (रूपनगर)। जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के सैकड़ों सदस्य मंगलवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का आवास घेरने जा रहे थे। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़कर मुख्यमंत्री की रिहायश की तरफ जाने की कोशिश। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो वे पत्थरबाजी पर उतर आए। इसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। वहीं, मुलाजिम सुखजिंदर सिंह के सिर में पत्थर लगा जबिक डीएसपी अनिल कुमार धक्कामुक्की में असंतुलित होकर गिर पड़े।

दरअसल, मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर कमेटी के सदस्यों मोरिंडा में रोष मार्च निकाला। बाद में वे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की रिहायश की ओर जाती मुख्य सड़क ढोलणमाजरा टी प्वाइंट पर जाम लगाकर बैठ गए। उन्होंने सीएम की रिहायश की तरफ बढ़ने का प्रयास किया। इसी बीच किसी ने पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते जमकर ईंट पत्थर चलने लगे। पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा। 

इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे अपनी मांगों के लिए लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं लेकिन किसी भी सत्ताधारी पार्टी सुनवाई नहीं की। संघर्ष कमेटी के जोनल प्रधान मुकेश मलौद और वित्त सचिव बिक्कर सिंह हथोआ ने बताया कि वह अपने हिस्से की जमीन लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने पर उनकी मांगें पूरी होने की आशा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद एक गरीब परिवार में से हैं। उनको चाहिए कि वह गरीबों के मसले हल करें। उन्होंने मांग की कि पंचायती जमीन में से तीसरा हिस्सा गरीब परिवारों के लिए पक्के तौर पर लेने पर सोसायटी की जमीनों के बिना शर्त मालकी हक लेने, सिलिंग एक्ट से ऊपर की जमीनों को बेजमीन वाले लोगों में बंटवाने और जरूरतमंद परिवारों को 5-5 मरले के प्लाट दिलाने माइक्रो फाइनांस कंपनी समेत मजदूरों के सभी कर्जे माफ करके सहकारी सभा में मेंबर बनाकर सरकारी कर्जों का प्रबंध करवाएं। 

उन्होंने संघर्ष दौरान दर्ज झूठे पर्चे रद करवाने और लंबित जमीनी मसलों को हल करवाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि यदि गरीब परिवारों की मांगों का हल न निकाला गया तो वह संघर्ष को और तेज करेंगे। इस मौके पर जसवंत सिंह खेड़ी, सतनाम सिंह राजला, धर्मवीर हरीगढ़ समेत हजारों की संख्या में गरीब परिवार मौजूद थे।

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