छत पर चढ़कर फोटो खिंचाने तक सीमित रहा विरोध प्रदर्शन

लंबी होती जा रही मुलाजिमों की हड़ताल अब लोगों के लिए मुसीबत बनजी जा रही है। हालांकि पांच दिन से चल रही इस हड़ताल का न तो सरकार पर कोई असर दिखा न अधिकारियों पर, मुलाजिम भी मस्त दिख रहे हैं, वे धरने पर कब अपने ऑफिसों में बैठकर ऐसी व कूलर के रूप में सरकारी सुविधा का पूरा लाभ उठा रहे हैं, जबकि हड़ताल की अवधि के दौरान परंपरा के अनुसार कामकाज के साथ सरकारी सुविधाओं को भी छोड़ना होता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 31 Aug 2018 07:42 PM (IST) Updated:Fri, 31 Aug 2018 07:42 PM (IST)
छत पर चढ़कर फोटो खिंचाने तक सीमित रहा विरोध प्रदर्शन
छत पर चढ़कर फोटो खिंचाने तक सीमित रहा विरोध प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, जालंधर : लंबी होती जा रही मुलाजिमों की हड़ताल अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। सुर्खियां बटोरने के लिए मुलाजिमों ने शुक्रवार को जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स की छत पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। तीन मंजिली कॉम्पलेक्स की पहली मंजिल पर पहुंचते-पहुंचते उनकी हिम्मत जबाव दे गई। जब तक मीडिया के कैमरे उन्हें कैद करते रहे, तब तक वे खिलखिलाते हुए नारेबाजी करते रहे, जैसे ही मीडिया के कैमरों की नजरें मुलाजिमों से हटीं, वे तुरंत नीचे आ गए। कुछ मुलाजिम धरनास्थल पर तो कुछ अपने दफ्तर में एसी व कूलर की हवा खाने पहुंच गए।

एसोसिएशन ने 27 न 28 अगस्त को कलमबंद हड़ताल का एलान किया था। इसे अब तीन सितंबर तक बढ़ा दिया है। मुलाजिमों की हड़ताल के चलते सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में भी रजिस्ट्री का कामकाज ठप हो गया है।

तहसीलदार दफ्तरों में पिकनिक जैसा माहौल

मुलाजिम भले ही हड़ताल को लंबा खींचने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन हड़ताल के नियमों का पालन करने में उनके भी पसीने छूटते नजर आने लगे हैं। शुक्रवार को धरना स्थल पर बमुश्किल 25-30 मुलाजिम दिखे। मुलाजिम सरकारी सुविधाओं का आनंद उठाते ज्यादा दिखे। तहसीलदार दफ्तरों में तो पिकनिक जैसा माहौल था। खाली बैठे अधिकारी एक साथ बैठकर गप्पें मारकर समय काट रहे थे।

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