तेज रफ्तार का कहर... टांडा में बेकाबू कार ने स्कूटी को मारी टक्कर, मां-बेटी की मौके पर मौत

टांडा के पास दारापुर बाईपास पर सोमवार सुबह करीब 11.30 बजे हुए स्कूटी व कार की टक्कर के कारण स्कूटी सवार मां-बेटी की मौत हो गई। मृतकों की पहचान संगीता भारद्वाज पत्नी स्वर्गीय कमल भारद्वाज व बेटी प्रिया भारद्वाज वासी खुड्डा के रूप में हुई है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:49 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:49 AM (IST)
तेज रफ्तार का कहर... टांडा में बेकाबू कार ने स्कूटी को मारी टक्कर, मां-बेटी की मौके पर मौत
टांडा के पास दारापुर बाईपास पर स्कूटी व कार की टक्कर के कारण स्कूटी सवार मां-बेटी की मौत हो गई।

संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़। टांडा के पास दारापुर बाईपास पर सोमवार सुबह करीब 11.30 बजे हुए स्कूटी व कार की टक्कर के कारण स्कूटी सवार मां-बेटी की मौत हो गई। मृतकों की पहचान संगीता भारद्वाज पत्नी स्वर्गीय कमल भारद्वाज व बेटी प्रिया भारद्वाज वासी खुड्डा के रूप में हुई है। हादसा कार की ओवरस्पीड के कारण हुआ है। इस दौरान दोनों वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।

दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही थाना टांडा की पुलिस पहुंच गई और दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी टांडा इंस्पेक्टर बिक्रम सिंह ने बताया कि आरोपित कार चालक मौके से फरार हो गया है जिसे तुरंत काबू कर लिया जाएगा। इसके लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया गया है। संगीता के बेटे के विदेश से लौटने के बाद ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। स्वजनों की सहमति के हिसाब से पोस्टमार्टम करके शव सौंप दिए जाएंगे।

दोनों को काफी दूर तक घसीटती ले गई कार

लोगों ने बताया, कार की रफ्तार काफी ज्यादा थी। इसके कारण कार चालक गाड़ी से कंट्रोल खो गया और टांडा से अपने गांव स्कूटी पर लौट रही मां-बेटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मां-बेटी काफी दूर तक घसीटती हुई गईं। जबकि इस हादसे के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गई। गंभीर रूप से घायल हुई मां-बेटी को राहगीरों ने अस्पताल तो पहुंचाया लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुकी थीं। हादसे से खुड्डा गांव में शोक की लहर फैल गई है।

चंद सेकेंड में हंसता खेलता परिवार उजड़ गया

संगीता देवी का छोटा सा परिवार था। पति की पहले ही मौत हो चुकी है। संगीता ने अपनी बेटी व बेटे का अच्छी तरह से पालन पोषण कर काबिल बनाया। कुछ साल से संगीता का बेटा विदेश में सेटल है और वह अपनी बेटी के साथ ही गांव में अकेली रहती थी। इस हादसे ने पूरा परिवार ही तिनकों की तरह बिखेर कर रख दिया।

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