प्लाज्मा एनर्जी पर डॉ. निधि की रिसर्च अमेरिका में प्रकाशित होगी

प्लाज्मा एनर्जी पर रिसर्च कर रही डॉ. निधि पाठक दत्ता का पेपर आप्टीकल सोसायटी ऑफ अमेरिका के जर्नल में प्रकाशित होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 05:35 AM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 05:35 AM (IST)
प्लाज्मा एनर्जी पर डॉ. निधि की रिसर्च अमेरिका में प्रकाशित होगी
प्लाज्मा एनर्जी पर डॉ. निधि की रिसर्च अमेरिका में प्रकाशित होगी

जागरण संवाददाता, जालंधर

प्लाज्मा एनर्जी पर रिसर्च कर रही डॉ. निधि पाठक दत्ता का पेपर आप्टीकल सोसायटी ऑफ अमेरिका के जर्नल में प्रकाशित होगा। अमेरिका की यह सोसायटी किसी भी पेपर को सेलेक्ट करने के लिए बेहद कठिन प्रक्रिया अपनाती है। जालंधर की निधि पाठक का पेपर भी कई पड़ाव से गुजर कर सलेक्ट हुआ है। प्लाज्मा एनर्जी पर इस समय पूरी दुनिया में काम चल रहा है और इसे न्यूक्लियर प्लांट के विकल्प के रूप में तैयार किया जा रहा है। प्लाज्मा एनर्जी सूरज से पैदा होने वाली एनर्जी की तकनीक पर आधारित होगी। इससे दुनिया को कभी न खत्म होने वाली एनर्जी मिल जाएगी। फिजिक्स में डाक्टरेट करने वाली निधि पाठक दत्ता विधायक बावा हैनरी के करीबी एवं कारोबारी रमित दत्ता की पत्नी हैं। डॉ. निधि ने कहा कि यह सूरज से पैदा होने वाली असिमित एनर्जी कणों के आपस में जुड़ने से पैदा होती है।

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लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन में करवाया वेबिनार

जासं, जालंधर

लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन के इतिहास विभाग की ओर से श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशोत्सव को समर्पित राष्ट्रीय वेबिनार करवाया गया। इसमें पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के डॉ. दलजीत सिंह व एलपीयू के एसोसिएट प्रोफेसर डा. विनोद कुमार ने अपने विचार रखे। इसमें विभिन्न राज्यों के 200 से अधिक अध्यापकों और विद्यार्थियों ने सहभागिता की। प्रिसिपल डॉ. नवजोत ने सभी का स्वागत किया। इसमें डॉ. सरबजीत, डॉ. अमरदीप दयोल, डॉ. मनिदर अरोड़ा आदि ने सहयोग दिया।

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जूम व गूगल मीट की दी जानकारी

जासं, जालंधर : केएमवी में पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशंस की तरफ से ऑनलाइन टीचिग एंड लर्निंग विषय पर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया गया। प्रिसिपल प्रो. अतिमा शर्मा ने बताया कि इन क्लासों का उद्देश्य अध्यापकों को जूम, गूगल मीट, वेब एक्स मीट आदि जैसे वर्चुअल मंच के इस्तेमाल की जानकारी देना है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समय की जरूरत अनुसार पूर्ण तौर पर आवश्यक है।

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