Festival Season में अलर्ट हुई धार्मिक कमेटियां, कोरोना की दूसरी लहर की संभावना से बढ़ाई सख्ती
जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर आने की संभावना जताई है। इसके लिए मंदिर कमेटियों ने होमवर्क पूरा कर लिया है। मंदिरों के बाहर नए होर्डिंग से लगवाए जा रहे हैं। इन पर नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
जालंधर, जेएनएन। सरकार और जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर आने की संभावना जताई है। इसके बाद शहर की धार्मिक कमेटियां अलर्ट हो गई हैं। इसके मद्देनजर जहां श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश के दौरान थर्मल स्कैनिंग अनिवार्य की जा रही है। वहीं कैपरी पहनकर अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। कई मंदिर कमेटियों ने नवंबर में ही सरकारी ही हिदायतों को लागू करने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।
मंदिरों के बाहर लगे नए होर्डिंग्स
कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले मंदिर कमेटियों ने होमवर्क पूरा कर लिया है। मंदिरों के बाहर नए होर्डिंग से लगवाए जा रहे हैं। इन पर सरकारी हिदायतों के अलावा मंदिर कमेटी के निर्देशों के पालन करने को कहा जा रहा है। इसी तरह मंदिर प्रांगण के अंदर भी श्रद्धालुओं से इनका पालन करवाने के लिए सेवादार तैनात किए गए हैं।
कैपरी पहन कर भी नहीं होगा प्रवेश
सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों के मुताबिक कैपरी पहनकर भी मंदिर के भीतर प्रवेश नहीं किया जा सकता। श्रद्धालुओं के लिए फुल स्लीव कपड़े पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए आरती में श्रद्धालु नहीं होंगे शामिल
शहर के प्रमुख धार्मिक स्थल श्री देवी तालाब मंदिर, अर्बन एस्टेट गीता मंदिर फेस, श्री हनुमान मंदिर चौक सुदां व गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा माडल टाउन सहित धार्मिक स्थानों में मास्क अनिवार्य करने और शारीरिक दूरी बनाए रखने की हिदायतें जारी की गई हैं। इसका अब प्रबंधक कमेटियां सख्ती से पालन कर रही हैं।
श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को देखते हुए लिया फैसला
इस बारे में श्री देवी तालाब मंदिर प्रबंधक कमेटी के महासचिव राजेश विज बताते हैं कि श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुविधा के लिए ही सख्ती की जा रही है। मंदिर के अंदर शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए गोले बनाए गए हैं। वहीं मंदिर के बाहर सैनिटाइजर सप्रे का इंतजाम भी किया गया है।
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