मालगाड़ियों के परिचालन से किसानों को राहत, दूर होगा यूरिया संकट
मालगाड़ियों की बहाली ने जालंधर के आलू उत्पादों व दूसरे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मालगाड़ियों की बहाली ने जालंधर के आलू उत्पादों व दूसरे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है। लंबे समय से यूरिया की किल्लत दूर होने की आशा कि किरण दिखने से किसानों ने राहत की सांस ली है।
खेतीबाड़ी विभाग के मुताबिक जिले में 63420 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत थी और ट्रेनें बंद होने की वजह से 17950 एमटी यूरिया की कमी महसूस की जा रही थी। यूरिया एक प्रमुख पोषक तत्व है, जोकि पौधों की प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आलू की फसल उगाने वाले किसानों व गेहूं की फसल लगाने वाले किसान यूरिया की कमी को लेकर काफी चितित थे। गांव हरदो फराला के किसान सतनाम सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी फसल के लिए यूरिया की दूसरी खुराक की आवश्यकता थी। मालगाड़ियों का चलने से दोबारा शुरू होने से मार्केट में यूरिया की उपलब्धता पुन:सुनिश्चित होगी और किसानों की समस्या खत्म होगी।
लल्लिया कलां के किसान जगजीत सिंह ने बताया कि वह 50 एकड़ में आलू की फसल लगाते हैं लेकिन यूरिया उपलब्ध नहीं होने की वजह से वह काफी परेशान थे। उन्होंने कहा कि अब अनिश्चितता खत्म हो चुकी है और यूरिया मार्केट से मिलना शुरू हो जाएगा। गांव नागरा से किसान लखबीर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार के प्रयासों की बदलौत मालगाड़ियां दोबारा शुरू हो रही हैं और सभी किसानों को यूरिया मिलना शुरू हो जाएगा, जिससे उनकी फसलों का नुकसान होने से बच जाएगा।