गन्ना उत्पादकों को बड़ी राहत : भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 109 करोड़ से बना 15 मेगावाट बिजली प्लांट शुरू

सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोमवार को भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 3000 टीसीडी साम‌र्थ्य और 15 मेगावाट बिजली प्लांट के नये प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:05 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:05 PM (IST)
गन्ना उत्पादकों को बड़ी राहत : भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 109 करोड़ से बना 15 मेगावाट बिजली प्लांट शुरू
गन्ना उत्पादकों को बड़ी राहत : भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 109 करोड़ से बना 15 मेगावाट बिजली प्लांट शुरू

संवाद सूत्र, भोगपुर : सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोमवार को भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 3000 टीसीडी साम‌र्थ्य और 15 मेगावाट बिजली प्लांट के नये प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इसके साथ ही सहकारी चीनी मीलों में पिराई का सीजन शुरू हो गया।

शुगरफैड और सहकारिता विभाग ने 109 करोड़ रुपये की लागत से सहकारी क्षेत्र की सबसे पहली चीनी मिल का कायाकल्प किया। यह मिल अपने क्षेत्र के गन्ने की पिराई में सामर्थ होगी। इसके अलावा बिजली उत्पादन को आने वाले तीन सीजन में मिल को 42.50 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व भी इकट्ठा होगा, जिससे किसानों को गन्ने की अदायगी भी अपने संसाधनों से की जा सकेगी। सोमवार को उद्घाटन के अवसर पर सबसे पहले गन्ने की ट्रालियां लाने वाले पहले 10 किसानों बिकरमजीत सिंह, सेवा सिंह, जसविंदर सिंह, कशमीर कौर, हरप्रीत कौर, इकबाल सिंह, सरबजीत सिंह, गुरबचन सिंह, जसवंत सिंह और जोगिंदर सिंह को सम्मानित भी किया।

नये प्रोजेक्ट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री रंधावा ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने राज्य की सहकारी चीनी मिलों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। किसानों को गेहूं-धान के फसली चक्कर से निकालने के लिए गन्ने की खेती सबसे अहम बदलाव है, जिसमें फसल की विभिन्नता को उत्साहित करने का पूरा साम‌र्थ्य है।

रंधावा ने बताया कि पंजाब कैबिनेट की तरफ से किए गए अहम फैसले में बंद पड़ी फरीदकोट सहकारी चीनी मिल की प्लांट मशीनरी को भोगपुर सहकारी चीनी मिल में 20.27 करोड़ रुपये के साथ शिफ्ट किया गया, जिसके साथ मौजूदा मिल का पिराई साम‌र्थ्य 1016 टीसीडी. से बढ़कर 3000 टीसीडी समेत 15 मेगावाट बिजली प्लांट हो गया है। यह नया प्रोजेक्ट सोमवार को स्थापित किया गया है। 15 मेगावाट बिजली उत्पादन में से 8.54 मेगावाट बिजली 6.29 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब के साथ पावरकाम को बेची जाएगी और प्रति यूनिट रेट में हर साल 18 पैसे की बढ़ोतरी होगी। पेडा और पावरकाम के साथ बिजली खरीदने का समझौता हो गया। इसके अलावा चीनी मिल के शुरू होने वाले सीजन 2020-21 में 11 करोड़ रुपये, 2021-22 में 15 करोड़ रुपये और 2022-23 में 16.50 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व इकट्ठा होगा।

शुगरफैड की अन्य योजनाओं के बारे जानकारी देते हुए रंधावा ने बताया कि गुरदासपुर और बटाला में नये शुगर कांप्लेक्स बनाए जा रहे हैं। गुरदासपुर सहकारी चीनी मिल में 5000 टीसीडी. के साम‌र्थ्य का शुगर प्लांट समेत 120 केएलपीडी डिस्टिलरी और बटाला में 3500 टीसीडी. शुगर प्लांट जिसकी क्षमता 5000 टीसीडी तक बढ़ाई जा सकती है, लगाया जा रहा है।

इस मौके पर पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह केपी, शुगरफैड के चेयरमैन अमरीक सिंह आलीवाल, मिल्कफैड के चेयरमैन कैप्टन हरमिंदर सिंह, सहकारी सभाओं के रजिस्ट्रार विकास गर्ग, शुगरफैड के एमडी. पुनीत गोयल, शुगरफैड के जनरल मैनेजर (हेडक्वार्टर) कंवलजीत सिंह तूर, सहकारी चीनी मिल भोगपुर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के वाइस चेयरमैन परमिंदर सिंह, समूह मेंबर, मिल के जनरल मैनेजर अरुण कुमार अरोड़ा, उत्तम एनर्जी लिमिटेड पुणे के सीईओ अनिल बाबू जामी और सीनियर मैनेजर प्रोजेक्ट्स शंकर बांबरे, जेपी मुखर्जी एंड एसोसिएट के सहायक जनरल मैनेजर टी श्रीनिवास राव, एसएस बोर्ड के मेंबर जसपाल सिंह ढिल्लों, जिला कांग्रेस समिति (देहाती) के प्रधान सुखविंदर सिंह लाली और यूथ कांग्रेस नेता अश्वन भल्ला आदि उपस्थित थे।

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