टेस्ट रद किए जाने को लेकर बेरोजगार एनटीटी टीचर फ्रेशर यूनियन में रोष, बोले- मुख्यमंत्री से मीटिंग के बाद होगी अगली रणनीति तैयार

राज्य सरकार द्वारा एनटीटी का टेस्ट रद किए जाने को लेकर बेरोजगार एनटीटी टीचर फ्रेशर यूनियन के सदस्यों में रोष पाया जा रहा है। यूनियन के सदस्य मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक रखी गई है। बैठक में यूनियन की मांगों को रखा जाएगा।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 12:08 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 12:08 PM (IST)
टेस्ट रद किए जाने को लेकर बेरोजगार एनटीटी टीचर फ्रेशर यूनियन में रोष, बोले- मुख्यमंत्री से मीटिंग के बाद होगी अगली रणनीति तैयार
जालंधर में विधायक राजेंद्र बेरी को ज्ञापन सौंपते हुए बेरोजगार एनटीटी टीचर फ्रेशर यूनियन के सदस्य।

जागरण संवाददाता, जालंधर। राज्य सरकार द्वारा एनटीटी का टेस्ट रद किए जाने को लेकर बेरोजगार एनटीटी टीचर फ्रेशर यूनियन के सदस्यों में रोष पाया जा रहा है। यूनियन के सदस्यों ने विधायकों को मांगपत्र देना शुरू कर दिया है। यूनियन के सदस्य मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक रखी गई है। बैठक में यूनियन की मांगों को रखा जाएगा। फिलहाल यूनियन के सदस्य बैठक के फैसले का इंतजार कर रहे है। अगर मांगों को नजरअंदाज किया जाता है तो संघर्ष की रणनीति तैयार की जाएगी। यूनियन के सदस्यों का कहना है कि टेस्ट के माध्यम के मेरिट बनाई जाए। फिलहाल बैठक में क्या फैसला होता है यह आने वाला समय बताएगा।

सदस्यों द्वारा विधायकों को मांगपत्र देना शुरु कर दिया है। इसी दौरान सदस्यों ने लंबित मांगों को लेकर विधायक राजिंदर बेरी से मिले। यूनियन के सदस्य प्रवीण, शिवानी, सीमा व रोमिका ने बताया कि शिक्षा भर्ती डायरेक्टोरेट पंजाब की ओर से 8393 प्री प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती का इश्तिहार दिया था। 27 जून को लिखित टेस्ट रखा गया था। लेकिन 17 जून को टेस्ट का रद्द कर दिया था। इस फैसले को लेकर बेरोजगार एनटीटी में निराशा पाई जा रही है। उन्होंने बताया कि नोटिफिकेशन के आधार टेस्ट की तिथि जल्द जारी, भर्ती मेरिट के आधार, वेलेंटीयर को दिए गए दस अंक वापस लिए जाए, लिखित टेस्ट में मेरिट पर आने वाले प्रतियोगियों की भर्ती की जाए, भर्ती में तीन वर्ष के तजुर्बा की शर्त को हटाया जाए।

उन्होंने कहा कि कई वर्षों से एनटीटी शिक्षक डिग्री लेकर घर बैठे हुए है। सरकार इन शिक्षकों कौ मौका नहीं देती है तो आयु सीमा निकल जाएगी। जिसकी वजह से उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है। सरकार मांगों को नजरअंदाज करती है तो वर्ष 2022 में होने वाली विधानसभा चुनाव का बायकाट किया जाएगा। चुनाव में सरकार को काफी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि प्रतियोगियों ने कोचिंग सेंटरों में फीसें देकर टेस्ट की तैयारी की है। सरकार से मांग है कि मेरिट व लिखित टेस्ट के माध्यम से भर्ती की जाए।

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