ईदगाह में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर पुलिस प्रशासन हरकत में आया
कई दिनों से ईदगाह में चल रहे निर्माण कार्य और कैंट बोर्ड प्रशासन के रवैये के कारण हिदू संगठनों में रोष था।
संवाद सहयोगी, जालंधर छावनी : कई दिनों से ईदगाह में चल रहे निर्माण कार्य और कैंट बोर्ड प्रशासन के रवैये के कारण हिदू संगठनों में रोष था। मंगलवार को भी हिदू संगठनों ने विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया। इसके बाद बुधवार को हिदू संगठन से पुलिस प्रशासन की ओर से एडीसीपी गुरमीत सिंह, एडीसीपी नरेश डोगरा, एसीपी मेजर सिंह व तहसीलदार ने मुलाकात की और मौके जा जायजा लिया। इस मौके पर भाजपा के सीनियर नेता राम अवतार अग्रवाल, भाजपा नेता पुनीत शुक्ला, भाजपा नेता अश्विनी गर्ग, भाजपा नेता जगमोहन वर्मा, कैंट मंडल भाजपा के प्रधान शिवदर्शन, समाज सेवक ओमप्रकाश शर्मा, राजकुमार राजू, मोहित शर्मा ने पुलिस के अधिकारियों से चर्चा की। रामअवतार अग्रवाल ने कहा कि कैंट बोर्ड अपना पुराना रिकार्ड देखे और जांच करें कि क्या वास्तव में स्टेशन ईदगाह में कोई ढांचा था। क्या स्टेशन ईदगाह मस्जिद है। 1910 में जिस व्यक्ति के नाम पर पहले ईदगाह की प्रापर्टी के कागजात कैंट बोर्ड में दर्ज थे, क्या उस व्यक्ति ने मरने से पूर्व किसी और व्यक्ति के नाम दर्ज करने के बारे में कोई पत्र लिखा था। यदि नहीं तो कैंट बोर्ड ने किसके पत्र को माध्यम बनाकर ढांचे का नक्शा पास किया और नए व्यक्ति के नाम पर इंतकाल अथवा (जनरल लैंड रजिस्टर) जीएलआर में नाम दर्ज कैसे करवा दिया। अधिकारियों और तहसीलदार ने हिदू संगठनों को आश्वासन दिया कि वे इस संबंध में डीसी को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।
हमारा मुसलमान भाइयों से कोई झगड़ा नहीं
तमाम हिदू संगठनों के अधिकारियों व भाजपा नेताओं ने कहा कि हमारा किसी भी मुसलमान भाई से कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा उनका झगड़ा केवल कैंट बोर्ड प्रशासन से है कि उन्होंने इस तरह से किस आधार से स्टेशन ईदगाह जहां खेत होते थे, वहां ढांचा बनाने की इजाजत दे दी।