नवांशहर में कानूनगो 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई

गुरमुख सिंह ने शिकायत में बताया था कि वो नंबरदार बनना चाहता था। इसके लिए उसने अपना केस लगा रखा था। कानूनगो ओमप्रकाश इसके लिए 15 हजार रुपये रिश्वत ले चुका था। उसने पांच हजार रुपये और मांगे थे।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 04:52 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 04:52 PM (IST)
नवांशहर में कानूनगो 5 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई
रिश्वत लेने के आरपित कानूनगो के साथ पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की टीम। जागरण

जागरण संवाददाता, नवांशहर। पंजाब विजिलेंस विभाग ने नवांशहर में एक कानूनगो ओम प्रकाश को 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा है। यह गिरफ्तारी उसके कार्यालय से की गई है। इससे पहले भी आरोपित पीड़ित से 15 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले चुका था। वह पांच हजार रुपये और मांग रहा था। इससे तंग आकर उसकी शिकायत विजिलेंस ब्यूरो से कर दी गई थी। गांव माहल खुर्द के रहने वाले गुरमुख सिंह ने विजिलेंस विभाग के पास शिकायत की थी। शिकायत के बाद गुरमुख सिंह तय समय पर कानूनगो को 5 हजार रुपये देने गया, तभी मौके पर विजिलेंस विभाग के कर्मचारियों ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

डीएसपी विजिलेंस सुखविंदर सिंह ने बताया कि सरकारी गवाहों की मौजूदगी में आरोपित ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे रिमांड पर लेने के लिए अदालत में पेश किया जा रहा है। रिमांड पर लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

नंबरदार बनने के लिए रिपोर्ट देने को मांगी थी रिश्वत

गुरमुख सिंह ने शिकायत में बताया था कि वो नंबरदार बनना चाहता था। इसके लिए उसने अपना केस लगा रखा था। इस केस में नवांशहर का कानूनगो ओमप्रकाश, जो कि पटवारी का काम भी करता था, ने अपनी एक रिपोर्ट गुरमुख सिंह बारे में देनी थी। रिपोर्ट में यह लिखना था कि गुरमुख सिंह के नाम पर जमीन है और उसने किसी अन्य की जमीन पर किसी भी तरह का कोई नाजायज कब्जा नहीं किया है। इसके लिए पहले ओम प्रकाश ने 15 हजार रुपये लिए और बाद में 5 हजार रुपये की और मांग करने लगा।

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